EAM Dr. S. Jaishankar in London: भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर इस समय लंदन में हैं. यहां एक कार्यक्रम “विश्व में भारत का उदय और भूमिका” में उन्होंने जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित करने को लेकर किए गए भारत सरकार के प्रयासों पर चर्चा की. इसमें उन्होंने धारा 370 को हटाना, विकास और आर्थिक गतिविधि की बहाली और चुनाव कराना शामिल है.
उन्होंने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में हुए मतदान पर भी बात की. इसके साथ उन्होंने कहा कि पीओके के मिलने के साथ ही कश्मीर मुद्दा पूरी तरह खत्म हो जाएगा.
कश्मीर में शांति को लेकर किए गए ये प्रयास
कश्मीर के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि कश्मीर मुद्दे के अधिकांश मामलों को सुलझाने में हमने काफी बढ़िया काम किया है. मुझे लगता है कि अनुच्छेद 370 को हटाना एक इस दिशा में एक कदम था. उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर में विकास, आर्थिकि गतिविधि और सामाजिक न्याय को बहाल करना इसका दूसरा कदम था और चुनाव कराना और भारी संख्या में मतदान होना इस दिशा में हमारा तीसरा कदम था.
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— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 5, 2025
पीओके मिलते ही हल हो जाएगी समस्या
विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के मिलते ही कश्मीर मुद्दा पूरी तरह से हल हो जाएगा. एस जयशंकर ने कहा कि, ‘मुझे लगता है कि हम जिस हिस्से का इंतजार कर रहे हैं, वह कश्मीर के उस हिस्से की वापसी है, जो अवैध पाकिस्तानी कब्जे में है. जब यह हो जाएगा, तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कश्मीर का समस्या हल हो जाएगा.’
चीन मुद्दे पर बोले एस जयशंकर
वहीं जब विदेश मंत्री ने ये पूछा गया कि भारत चीन के साथ किस तरह का रिश्ता चाहता है?, इस पर उन्होंने कहा कि हमारे बीच बहुत ही अनोखे रिश्ते हैं. हम दुनिया के दो ऐसे देश हैं जिनकी आबादी एक अरब से अधिक है. हम दोनों का इतिहास काफी पुराना है, जिसमें समय के साथ उतार-चढ़ाव आए हैं.
उन्होंने कहा कि आज दोनों देश आगे बढ़ रहे हैं हम सीधे पड़ोसी भी हैं. उन्होंने कहा कि चुनौती यह है कि जैसे-जैसे कोई देश आगे बढ़ता है, दुनिया और उसके पड़ोसियों के साथ उसका संतुलन बदलता है. जब इस आकार, इतिहास, जटिलता और महत्व वाले दो देश समानांतर तौर पर आगे बढ़ते हैं तो अनिवार्य रूप से परस्पर काम करते हैं.
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