France: कुछ दिनों पहले दक्षिण प्रशांत में स्थित फ्रांस के विदेशी भू भाग न्यू कैलेडोनिया में हिंसक प्रदर्शनों के बाद इमरजेंसी का ऐलान किया गया था. वहीं अब सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने न्यू कैलेडोनिया से आपातकाल हटाने का फैसला किया है. इस फैसले का उद्देश्य अशांति के बाद अब राजनीतिक बातचीत को आगे बढ़ाना है. जानकारी के मुताबिक, इस क्षेत्र में राष्ट्रपति मैक्रों ने गुरुवार को यात्रा की.
आज समाप्त हो जाएगा आपातकाल
इस क्षेत्र में हिंसा और दंगे भड़कने के वजह से कुछ दिन पहले ही इमरजेंसी लगा दी गई थी. इस हिंसा में सात लोगों ने जान गंवा दी थी. फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक, हिंसक विरोध प्रदर्शन मामले में 130 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. न्यू कैलेडोनिया में भड़की हिंसा में 300 से अधिक लोग घायल हुए थें. कुछ दिन बीतने के बाद अब फ्रांस राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इमरजेंसी की स्थिति को फिलहाल नहीं बढ़ाया जाएगा और यह सोमवार रात 8 बजे समाप्त हो जाएगी. राष्ट्रपति मैक्रों ने न्यू कैलेडोनिया के विभाजन के दोनों पक्षों के नेताओं के साथ प्रदर्शन करने वालों के बैरिकेड्स को हटाने के लिए बार-बार दबाव डाला.
हिंसा तब भड़क उठी जब…
फ्रेंच द्वीप न्यू कैलेडोनिया में हिंसा तक भड़की जब पेरिस में फ्रांसीसी विधायिका ने कैलेडोनिया में वोटर लिस्ट में बदलाव करने के लिए फ्रांसीसी संविधान में संशोधन पर बहस की. न्यू कैलेडोनिया में स्वतंत्रता-समर्थक पार्टी के नेता ने समर्थकों से फ्रांसीसी प्रशांत द्वीपसमूह में लामबंद रहने और चुनावी सुधारों को लागू करने के पेरिस सरकार के प्रयासों के खिलाफ प्रतिरोध बनाए रखने का आह्वान किया. इससे स्थानीय लोगों को डर है कि वे और अधिक हाशिए पर आ जाएंगे.
बहुत पहले से उठ रही स्वतंत्रता की मांग
न्यू कैलेडोनिया में बहुत पहले से स्वतंत्रता की मांग उठ रही है. न्यू कैलेडोनिया में स्वतंत्रता चाहने वाले स्थानीय निवासी कनकों और फ्रांस का हिस्सा बने रहने वालों के दशकों से संघर्ष रहा है. फ्रांसीसी गृह मंत्रालय ने लंबे समय तक जेल के तौर पर इस्तेमाल किए गए न्यू कैलेडोनिया में पुलिस भेजी थी. राजधानी नोमिया और इसके आसपास कर्फ्यू लागू होने और सभा पर प्रतिबंध के बावजूद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई थीं. इमरजेंसी लगाने से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने न्यू कैलेडोनिया के मौजूदा हालात पर वार्ता करने के लिए शीर्ष मंत्रियों के साथ मीटिंग की थी.
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