France-Senegale: सेनेगल में नई सरकार के बनने के बाद से ही फ्रांस के सैनिकों की मौजूदगी को लेकर विद्रोह तेज हो गया था, जिसके चलते आखिकार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को पीछे हटना ही पड़ा है. दरअसल, फ्रांस ने शुक्रवार को दो सैन्य अड्डों का नियंत्रण सेनेगल सरकार को सौंप दिया.
इमैनूएल मैक्रो ने अपने इस फैसले के साथ ही उसने इस पश्चिम अफ्रीकी देश से अपनी सैन्य मौजूदगी को औपचारिक रूप से समाप्त करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है.
सेनेगल के राष्ट्रपति ने की ये घोषणा
बता दें कि फ्रांस द्वारा सैन्य अड्डों का नियंत्रण सेनेगल को सौंपने का कदम उस वक्त उठाया गया, जब सेनेगल के राष्ट्रपति बासिरू दिओमाये फेय ने घोषणा की कि उनके देश में मौजूद सभी विदेशी सैनिक वापस जाएंगे. ऐसे में शुक्रवार को सेनेगल में फ्रांसीसी दूतावास ने अपने एक बयान में कहा कि फ्रांसीसी पक्ष ने शुक्रवार, 7 मार्च 2025 को मार्चल और सेंट-एक्सुपेरी जिलों में सैन्य अड्डे और आवास सेनेगल पक्ष को सौंप दिए.
फ्रांस ने 162 कर्मियों को किया था बर्खास्त
दरअसल, सेनेगल और फ्रांस के बीच विवाद उस वक्त बढ़ गया, जब फ्रांसीसी सेना ने उसके कई कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था. बता दें कि फ्रांस ने वापसी की प्रक्रिया के लिए पिछले महीने सेनेगल के साथ एक संयुक्त आयोग का गठन किया था, जिसके बाद फ्रांसीसी सेना ने घोषणा की थी कि उसने डकार स्थित सैन्य ठिकानों पर काम करने वाले 162 सेनेगलवासियों को बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद सेनेगल की नयी सरकार ने भी फ्रांसीसी सैनिकों की उपस्थिति पर कड़ा रुख अपनाया है.
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