Monkeypox in America: यूरोप और एशिया के बाद अब अमेरिका में भी मंकीपॉक्स ने दस्तक दे दी है. जानकारी के अनुसार अमेरिका की एक जेल में एक कैदी में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं. जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है. हाल के दिनों में ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को लेकर ‘हेल्थ इंमरजेंसी’ घोषित किया था. वहीं, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी मंकीपॉक्स के 5 मामले सामने आए हैं. इन सब के बीच अमेरिका में मंकीपॉक्स का मामला सामने आने के बाद एक बात साफ है कि इसके संक्रमण का दायरा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
वैश्विक आपातकाल है मंकीपॉक्स
जानकारी दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2023 में एमपॉक्स वैश्विक आपातकाल घोषित किया था. पिछले कुछ समय में मंकीपॉक्स के मामले तेजी से दुनिया के कई देशों में फैल रहा है. समय के साथ मंकीपॉक्स और घातक होता जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि इस साल मंकीपॉक्स से पूरी दुनिया में 600 से अधिक लोगों की जान गई है. सबसे ज्यादा मामले गणतंत्र राज्य कांगो में सामने आए हैं, जहां पर 18000 से अधिक लोगों में इस संक्रमण की पुष्टी की गई है.
एमपॉक्स के लक्षण भी जानिए?
मंकीपॉक्स के लक्षण स्मॉल पाक्स के जैसे होते हैं. शुरू में इसके लक्षण कम दिखते हैं, जिससे यह शुरुआत में कम गंभीर नजर आते हैं. संक्रमित व्यक्ति के त्वचा पर दाने, बुखार, गले में सूजन, सर दर्द, शारीरिक दर्ज, शरीर में थकावट जैसे होते हैं. मंकीपॉक्स के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के भीतर शुरू होते हैं. अगर आपको फ्लू जैसे लक्षण हैं तो संभव है कि 1-4 दिन बाद आपको दाने निकल आएंगे. मंकीपॉक्स ठीक होने से पहले कई चरणों में गुजरता है. जिसमें पपड़ी बनना शामिल होता है. मंकीपॉक्स के कारण सबसे पहले फुंसी दिखेगी, जो बाद में चलकर खुजली का कारण बनेगी.
दुनिया में कहां हैं मंकीपॉक्स के सबसे ज्यादा मामले
अफ्रीकी देश कांगों में सबसे ज्यादा मंकीपॉक्स के मामले साममे आए हैं. कांगो के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब देश में मंकीपॉक्स के 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. राहत की बात है कि भारत में अभी मंकीपॉक्स का कोई मामला नहीं आया है. विश्वभर में मंकीपॉक्स का प्रसार सबसे ज्यादा खतरनाक बच्चों को लिए है. यूनिसेफ का कहना है कि अफ्रीका और डब्लूएचओ के साथ-साथ यूएसएआईड और एफसीडीओ जैसे अन्य भागीदारों के साथ मिलकर राष्ट्रीय सरकारों को समर्थन प्रदान कर रहा है.