अरब देशों ने गाजा पुनर्निर्माण व पुनर्वास की बनाई योजना, जर्मनी-फ्रांस समेत इन देशों का मिला समर्थन

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Gaza: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में गाजा पर अमेरिका का कब्‍जा होने की बात कही थी. इस दौरान डोनाल्‍ड ट्रंप ने एक योजना पेश की थी, जिसमें उन्‍होंने गाजा को ‘मिडिल ईस्ट का रिवेरा’ बनाने की बात कही थी. बता दें कि इस योजना के तहत गाजा को खाली कर वहां के निवासियों को मिस्र, जॉर्डन और अन्य देशों में पुनर्स्थापित करने की बात कही गई है.

दरअसल, अमेरिकी राष्‍ट्रपति का मानना है कि मौजूदा समय में गाजा की सारी इमारते ढ़ह चुकी है, जिससे वहां रहने योग्य नहीं है, ऐसे में गाजा को पुनर्निर्मित कर पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा सकता है.

अरब समर्थित योजना पर इन देशों का समर्थन

वहीं, गाजा को पुनर्निमाण को लेकर हाल ही में मिस्र की राजधानी काहिरा में अरब लीग के नेताओं की बैठक हुई. इस दौरान सभी नेताओं के बीच गाजा के पुनर्निर्माण को लेकर एक योजना पर सहमति बनी है, जिसे फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन का भी समर्थन मिला है.

दरअसल, फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों ने शनिवार को कहा कि वे गाजा के पुनर्निर्माण के लिए अरब समर्थित योजना का समर्थन करते हैं, जिसकी लागत 53 अरब डॉलर होगी. उन्‍होंने कहा कि इस योजना से फिलिस्तीनियों को इस क्षेत्र से विस्थापित होने से बचाया जा सकेगा.

इस योजना से मिलेगा ये लाभ

सभी देशों के मंत्रियों ने एक संयुक्त स्‍वर में कहा कि “यह योजना गाजा के पुनर्निर्माण के लिए एक यथार्थवादी रास्ता दिखाती है. साथ ही यह वादा भी करती है कि यदि इसे क्रियान्वित किया गया तो गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों के लिए भयावह जीवन स्थितियों में तेजी से और स्थायी सुधार होगा.”

मिस्र ने पेश की योजना 

बता दें कि हाल ही में मिस्र ने गाजा पट्टी के पुनर्निर्माण के लिए एक व्यापक योजना प्रस्तुत की है, जिसका मुख्‍य उद्देश्य वहां के निवासियों को बिना विस्थापित किए क्षेत्र का पुनर्निर्माण करना है. इस योजना की लागत लगभग $53 अरब आंकी गई है और इसे अरब लीग के सदस्य देशों का समर्थन प्राप्त हुआ है.

योजना के मुख्य बिंदु:

स्थानीय प्रशासन में परिवर्तन: मिस्र की योजना के तहत गाजा में एक अंतरिम प्रशासनिक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें फिलिस्तीनी तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होंगे. यह समिति मानवीय सहायता और पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी करेगी, जबकि फिलिस्तीनी प्राधिकरण  अस्थायी रूप से इस प्रक्रिया की देखरेख करेगा.

हमास की भूमिका: मिस्र के इस योजना में यह स्‍पष्‍ट किया गया है कि अगर हमास स्थानीय शासन को नियंत्रित करता है, तो गाजा के पुनर्निर्माण के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन प्राप्त करना कठिन होगा. इसलिए, हमास को शासन से हटाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है.

3 चरण में लागू होगी योजना 

  • पहला चरण: 3 बिलियन डॉलर गाजा पर खर्च कर 6 महीने के अंदर 2 लाख घर और 60,000 भवन निर्माण गाजा में किए जाएंगे. इसमें फिलिस्तीन प्राधिकरण के टेक्नोक्रेट की कमेटी गाजा के पुनर्निर्माण और पुनर्वास का प्रबंधन देखेगी.
  • दूसरा चरण: 20 बिलियन डॉलर खर्च होंगे. जिससे 4 लाख घर बनाए जाएंगे, पानी, बिजली, टेलीकॉम, सीवर लाइन पर काम होगा. 30 महीने के अंदर गाजा की पूरी आबादी को घर देने का प्लान. औद्योगिक क्षेत्र, फिशिंग पोर्ट, व्यावसायिक बंदरगाह और एयरपोर्ट बनाया जाएगा.
  • तीसरा चरण: फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष ने कहा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो गाजा में अगले साल चुनाव भी कराए जा सकते हैं.

इसे भी पढें:-दो दिनों में 1000 लोगों की हत्याएं, हर तरफ शव ही शव…, सीरिया में चल रहा खूनी खेल, जानिए पूरी डिटेल

More Articles Like This

Exit mobile version