German Ambassador Philipp Ackermann: भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन भारतीय परंपराओं और संस्कृतियों को फॉलो करने को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. फिलिप एकरमैन भारतीय देसी अंदाज को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. दरअसल, जर्मनी के राजदूत ने अपने ऑफिस के लिए नई इलेक्ट्रिक कार ली है. इस नई चमचमाती बीएमडब्ल्यू कार का उद्घाटन उन्होंने भारतीय अंदाज में किया. एकरमैन ने कार में बैठने से पहले इसमें ‘नींबू-मिर्ची’ बांधी और फिर नारियल भी फोड़ा. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
देखिए वीडियो
बता दें कि भारत में मौजूद जर्मनी के राजदूत का यह वीडियो उनके ऑफिस के बाहर शूट किया गया है. इस वीडियो में जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन अपनी नई इलेक्ट्रिक कार का उद्घाटन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सबसे पहले वो कार के ऊपर लगा कवर हटाते हैं फिर उसमें जर्मनी का राष्ट्रीय ध्वज लगाते हैं. इसके बाद वो ‘नींबू-मिर्ची’ को कार के रियर व्यू मिरर के चारों तरफ लपेट देते हैं. इसके बाद जर्मन राजदूत एक नारियल भी फोड़ते हैं. डिप्लोमैटिक ब्लू नंबर प्लेट पर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर 27 CD1 लिखा दिख रहा है.
#WATCH | Delhi: German Ambassador to India, Philipp Ackermann switches to EV (electric vehicle); ties ‘nimbu-mirchi’ to his car and smashes a coconut on the occasion. pic.twitter.com/OojZh4Nvx3
— ANI (@ANI) October 15, 2024
जानिए क्यों लिए इलेक्ट्रिक कार
फिलिप एकरमैन ने इस अवसर पर कहा, “जर्मनी और भारत आपसी साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं. सर्दियों के समय में पर्यावरण प्रदूषण काफी ज्यादा हो जाता है. इसलिए मुझे लगा कि हमें पॉल्यूशन को कम करने में योगदान देना चाहिए. मैं एक इलेक्ट्रिक कार लेना चाहता था. मैंने इसके लिए अपने हेडक्वार्टर में बात की थी. थोड़े ही दिन बाद मेरी मांग को स्वीकार कर लिया गया. यह एक इलेक्ट्रिक कार है, जो प्रदूषण कम करती है.”
देसी कल्चर, विदेशी मेहमान…
बता दें कि जर्मनी के राजदूत का यह भारतीय अंदाज लोगों को भी खूब पसंद आ रहा है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो सैकड़ों लोगों ने शेयर किया है. कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारतीय परंपराओं का पालन करने पर अब कुछ लोगों के पेट दर्द शुरू हो जाएगा. कुछ लोगों ने यह भी लिखा कि कार इलेक्ट्रिक लेकर आ रहे हैं और ‘नींबू-मिर्ची’ बांधकर स्वागत कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, स्वस्तिक भी बनाना चाहिए था. एक ने लिखा, देसी कल्चर, विदेशी मेहमान. वहीं एक अन्य ने लिखा नींबू-मिर्च इंटरनेशनल हो गया.