Great Patriotic War: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी पिछले साल अक्टूबर में ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी, लेकिन अब फिर वो रूस का दौरा करने वाले है. इस बात की जानकारी रूसी मीडिया की ओर से दी गई है. उन्होंने अनपे एक रिपोर्ट में कहा कि पीएम मोदी मॉस्को के रेड स्कवायर पर आयोजित होने वाली 80वीं ग्रेट पैट्रियोटिक वॉर (महान देशभक्ति युद्ध) परेड में बतौर अतिथि शामिल होंगे.
रूसी मीडिया के मुताबिक, पीएम मोदी के साथ ही इस परेड में भारतीय सेना का एक दल भी शामिल हो सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सेना का दल परेड से एक महीने पहले ही रूस जा सकता है, जिससे की वो परेड की रिहर्सल कर सके.
कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी रूस जाएंगे
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई देशों के राष्ट्र प्रमुख भी ग्रेट पैट्रियोटिक वॉर परेड में बतौर अतिथि शामिल हो सकते हैं. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावारोव ने बताया कि कई आमंत्रित देशों ने 9 मई को होने वाली परेड में आने की पुष्टि कर दी है. वहीं, क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) की प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है कि कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को परेड में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है.
दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य शक्ति के रूप में उभरा रूस
बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूस और नाजी जर्मनी के बीच लड़े गए युद्ध को ग्रेट पैट्रियोटिक वॉर (महान देशभक्ति युद्ध) के नाम से जाना जाता है. यह युद्ध 22 जून 1941 से 9 मई 1945 तक चला था, जो मानव इतिहास के सबसे बड़े और खूनी युद्धों में से एक माना जाता है. यह जंग जर्मनी के हार के साथ समाप्त हुई थी, जिसके बाद रूस दुनिया की बड़ी सैन्य शक्ति के रूप में उभरा. वहीं, इस युद्ध में जर्मनी के सहयोगी देशों रोमानिया और हंगरी को आत्मसमर्पण करना पड़ा था.
पीएम मोदी ने पहले भी किया था रूस का दौरा
दरअसल, पीएम मोदी ने बीते साल अक्टूबर में रूस का दौरा किया था. जहां उन्होंने रूस की अध्यक्षता में हुए 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लिया था. यह आयोजन रूस के कजान में किया गया था. ऐसे में यदि पीएम मोदी मई में रूस दौरे पर जाते है, तो उनका ये दौरा ऐसे समय होगा, जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम को लेकर बातचीत हो रही है. हालांकि पीएम मोदी ने पहले ही रूस और यूक्रेन के बीच शांति की अपील की थी.