Hajj Yatra 2024: प्रचंड गर्मी में शुरू हो रही हज यात्रा, सऊदी सरकार कर रही खास इंतजाम

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Hajj Yatra 2024: मक्का इस्लाम का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल है. यहां इस्लाम का पांचवां स्तंभ है और इस्लामी आस्था और एकता की सबसे महत्वपूर्ण अभिव्यक्ति है. मक्का मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए सबसे बड़ी तीर्थयात्रा है. इस साल मक्का में हज यात्रा सबसे गर्म महीने में शुरू हो रही है. ऐसे में लाखों हज यात्रियों को लू लगने का खतरा है. इसको लेकर सऊदी सरकार द्वारा खास इंतजाम किए जा रहे हैं.

दरअसल, इस साल हज यात्रा इसी महीने शुरू हो रही है. हज यात्रा में भारी संख्या में यहां हज यात्रियों के आने संभावना है. ऐसे में लाखों हज यात्रियों को लू लगने का खतरा है. सबसे अधिक खतरा बुजुर्ग हजयात्रियों और पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को है. क्योंकि एक छोटे और भौगोलिक रूप से सीमित क्षेत्र में बेहद गर्म और शुष्क मौसम में लाखों लोग इकट्ठा होते हैं.

सऊदी सरकार कर रही इंतजाम

हालांकि देश-विदेश से आने वाले हज यात्रियों के लिए सऊदी सरकार द्वारा खास इंतजाम किया जा रहा है. सऊदी अरब सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधा और भीषण गर्मी से राहत के लिए अत्यधिक गर्मी को कम करने के मकसद से क्लाउड सीडिंग जैसी उन्नत वर्षा वृद्धि तकनीकों का उपयोग करने की नई रणनीतियों पर विचार कर रही है. ताकि यात्रा के दौरान हज यात्रियों को किसी प्रकार के परेशानियों का सामना ना करना पड़े.

बता दें कि इस साल वार्षिक हजयात्रा 14 जून से 19 जून के बीच छह दिनों तक चलने की उम्मीद है. मक्का में इस दौरान पारा 50 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है. इसके चलते हजयात्रियों, विशेष रूप से वृद्धों और विभिन्न बीमारियों से पहले से ही पीड़ित लोगों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो सकता है. पिछली बार 2,000 से अधिक हजयात्रियों पर गर्मी का असर पड़ा था.

तीर्थयात्रियों को दिया ये निर्देश

गौरतलब है कि दुनिया भर के हज अधिकारियों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को लू की रोकथाम के बारे में शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. जागरूकता और निवारक उपायों को लागू करने से सभी के लिए एक सुरक्षित और सुखद हजयात्रा सुनिश्चित की जा सकती है. क्योंकि, कुछ तीर्थयात्री गर्म उष्णकटिबंधीय देशों से आते हैं और गर्म मौसम में बेहतर ढंग से समायोजित हो सकते हैं, जबकि ठंडी जलवायु वाले देशों के तीर्थयात्री मक्का की अत्यधिक गर्मी को सहन नहीं कर पाते. जिसके चलते उन्हें हज यात्रा के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

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