Titanic Ship builder Company, Harland & Wolff: ब्रिटेन की शिपबिल्डिंग कंपनी Harland & Wolff ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है. 163 साल पुरानी टाइटैनिक जहाज बनाने वाली कंपनी का कहना है कि उसके पास अपना कारोबार चलाने के लिए पैसा नहीं है. कंपनी ने अपने वर्कर्स को पहले ही सूचना दे दिया है कि वह नॉन-कोर ऑपरेशंस में कटौती करने जा रही है. बता दें कि Harland & Wolff ने 1912 में टाइटैनिक जहाज बनाया था जो अपनी पहली ही यात्रा के दौरान ही बर्फ की चट्टान से टकराकर डूब गया था. अब कंपनी जहाजों की मरम्मत करने और ग्रीनर एनर्जी पर फोकस कर रही है.
एडमिनिस्ट्रेशन प्रॉसीडिंग्स शुरू करेगी कंपनी
घाटे में चल रही Harland & Wolff कंपनी ने सोमवार को कहा कि वह आगामी दिनों में एडमिनिस्ट्रेशन प्रॉसीडिंग्स शुरू करेगी. यह ऐसा प्रोसेस है जिसमें कर्ज चुकाने में असफल रहने वाली कंपनी को बेचने के बजाय उसका पुनर्गठन किया जाता है. कंपनी ने कहा कि उसने सरकार से 26.4 करोड़ डॉलर की डिमांड की थी, लेकिन सरकार उसके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया. इससे कंपनी की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं. कंपनी के कोर ऑपरेशंस में बेलफास्ट शिपयार्ड शामिल है जहां टाइटैनिक जहाज का निर्माण किया गया था. यह कंपनी यूके सरकार को तीन वॉरशिप बनाने में सहायता कर रही है. शिपबिल्डिंग कंपनी का कहना है कि एडमिनिस्ट्रेशन प्रॉसीडिंग्स से इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
यह पहला मौका नहीं जब बैंकरप्सी के करीब पहुंची कंपनी
Harland & Wolff के अंतरिम एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रसेल डाउंस ने कहा कि ग्रुप काफी मुश्किल दौर का सामना कर रहा है. हमें लॉन्ग टर्म लोन नहीं मिल पा रहा है. इसलिए अपने 4 यार्ड्स को सुरक्षित रखने के लिए हमें मुश्किल फैसले लेने पड़े हैं. यह पहली बार नहीं है जब कंपनी बैंकरप्सी के करीब पहुंची है. साल 2019 में ब्रिटिश सरकार ने कंपनी को रिस्ट्रक्चर करने के लिए एक एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया था लेकिन कुछ ही महीने बाद एनर्जी कंपनी InfraStrata ने इसे खरीद लिया था. पिछले वर्ष कंपनी ने दो दशक में अपना पहला शिप डिलीवर किया था.
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