Lebanon: लेबनान के विद्रोही संगठन हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह का करीब 4 महीने बाद अंतिम संस्कार हो रहा है. हिजबुल्लाह के कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष शेख अली दामूच ने रविवार को अंतिम संस्कार कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा लोगों के शामिल होने का आग्रह किया है. बीते साल 27 सितंबर को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में एक बंकर को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमले में हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी.
राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन
नसरल्लाह के साथ सैयद हाशम सफीउद्दीन का अंतिम सरकार होगा. इसमें लेबनान के साथ दुनिया भर से लोगों के शामिल हो सकते हैं. कई शिया संगठन के साथ ही ईरानी संसद के स्पीकर मोहम्मद बगैर गालिबाफ भी शामिल होंगे. इजरायल से जंग के बाद कमजोर हो चुके हिजबुल्लाह के लिए ये आयोजन के अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन होगा, क्योंकि इसमें लेबनान के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है.
3 दशक तक नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह की संभाली कमान
बता दें कि हसन नसरल्लाह हिजबुल्लाह के संस्थापक सदस्यों में थे और उन्होंने लगभग 30 साल तक संगठन का नेतृत्व किया और समूह की खतरनाक सैन्य संगठन के साथ ही लेबनान में बड़ी राजनीतिक ताकत भी बनाया. इसके अलावा उनके समय में हिजबुल्लाह ने पड़ोसी देश सीरिया में असद सरकार विरोधी ताकतों को दबाने में भी मदद की.
अंतिम संस्कार के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेगा हिजबुल्लाह
शेख दामोच ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लोगों से अपील करके हुए कहा कि कल शहीदों के प्रति वफादारी, निष्ठा और प्रतिबद्धता का दिन है और उनके अंतिम संस्कार में हमारा होना उनके प्रति श्रद्धांजलि है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे हर घर, गांव और शहर से बड़ी संख्या में निकलकर आएं, ताकि मित्रों और शत्रुओं को बताया जा सके कि हमारा प्रतिरोध बरकरार है और जंग के मैदान में मौजूद रहेगा तथा ज़ायोनी (इजरायल) दुश्मन इसे कभी कुचल नहीं सकेंगे.
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