Hezbollah Israel war: हिजबुल्लाह के प्रमुख नईम कासिम ने शुक्रवार को अपने एक भाषण के दौरान इजरायल के खिलाफ बड़ी जीत का दावा किया. कासिम के मुताबिक, हिजबुल्लाह ने युद्ध में इजरायल को झुकने पर मजबूर किया और समझौते के लिए बाध्य किया है, जिसे उन्होंने बड़ी सफलता बताया.
नईम कासिम ने कहा कि हिजबुल्लाह ने इजरायल के घरेलू मोर्चे पर हमले करके उसे रक्षात्मक स्थिति में ला दिया है. उन्होंने सितंबर में हुए पेजर हमले का भी जिक्र करते हुए कहा कि इजरायल हिजबुल्लाह के कमांड सिस्टम को निशाना बनाना चाहता था, लेकिन असफल रहा. यही वजह है कि इजरायल को युद्धविराम और समझौते के लिए आगे बढ़ना पड़ा.
सीजफायल समझौते की मुख्य शर्तें
इसके अलावा, लितानी नदी के दक्षिणी हिस्से से इजरायली सेना की वापसी को भी हिजबुल्लाह ने समझौते की मुख्य शर्त बताया. कासिम का मानना है कि यह हिजबुल्लाह की मजबूती और इजरायल की कमजोर स्थिति का संकेत है. दरअसल, हिजबुल्लाह और लेबनानी सेना के बीच उच्च-स्तरीय समन्वय के माध्यम से समझौते को लागू किया जाएगा.
इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष का अंत
वहीं सीजफायर मामले को लेकर कासिम ने कहा कि यह जीत लेबनानी जनता की वापसी और इजरायली सेना की अनुपस्थिति से भी स्पष्ट होती है. बता दें कि अमेरिका की मध्यस्थता में हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच इस हफ्ते युद्धविराम समझौता हुआ, जिसके तहत इजरायली सैनिक और हिजबुल्लाह दोनों दक्षिणी लेबनान से पीछे हटने को तैयार हुए.
किसी डर से नहीं हुआ समझौता
कासिम ने हिजबुल्लाह के प्रतिरोध और दृढ़ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह समझौता डर के वजह से नहीं, बल्कि हिजबुल्लाह की रणनीतिक जीत के कारण संभव हुआ. कासिम का दावा है कि यह संघर्ष क्षेत्रीय ताकतों के समीकरण को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
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