Taiwan: ताइवान ने चीन द्वारा ताइवानी नागरिकों को चीनी आईडी कार्ड जारी करने की योजना की कड़ी निंदा की है. मुख्यभूमि मामलों की परिषद यानी एमएसी मंत्री चियु चुई-चेंग ने इसे ताइवान पर कानूनी संप्रभुता का भ्रम पैदा करने की साजिश बताया है. चियु चुई-चेंग के मुताबिक, बीजिंग की रणनीति का मकसद ताइवानियों को चीनी नागरिक बनाना है, जो ताइवान के खिलाफ भविष्य की सैन्य कार्रवाई के बहाने के तौर पर काम कर सकता है.
इस वजह से शुरू हुआ विवाद
हाल ही के एक वीडियो से ये विवाद पैदा हुआ है. वीडियो में यूट्यूबर पा चिउंग ने चीन के क्वानझोउ (Quanzhou) में ताइवान यूथ एंटरप्रेन्योरशिप पार्क के प्रमुख लिन जिनचेंग का इंटरव्यू लिया था. इसमें लिन जिनचेंग ने दावा किया कि पिछले एक दशक में 2 लाख ताइवानियों ने चीनी आईडी कार्ड प्राप्त किए हैं.
चीनी आईडी कार्ड के लिए न करें आवेदन
चियु ने सतर्कता से जवाब दिया, यह देखते हुए कि सरकार स्वतंत्र तौर पर आंकड़ों को सत्यापित नहीं कर सकती. ताइपे टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक, चिउ ने ताइवान के लोगों को चीन में व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा की कमी के बारे में भी चेतावनी दी, और उनसे चीनी आईडी कार्ड के लिए आवेदन न करने की अपील की.
जवाब में, ताइवान के आंतरिक मंत्रालय ने जिला कार्यालयों को ताइवान के कानूनों के अनुसार चीनी राष्ट्रीयता के स्थानीय अधिकारियों के मामलों को संभालने का निर्देश दिया है. मंत्रालय ने 5 ऐसे मामलों की पहचान की है, जिन्हें राष्ट्रीयता अधिनियम और घरेलू पंजीकरण अधिनियम के मुताबिक निपटाया जा रहा है.
राजनीति के लिए त्यागनी होगी विदेशी नागरिकता
मंत्रालय ने यह भी साफ किया कि ताइवान के कानून के तहत, ताइवान के लोगों से शादी करने वाले चीनी नागरिकों को राजनीति में भाग लेने के लिए अपनी विदेशी नागरिकता त्यागनी पड़ेगी. इस नियम से हाल ही में पूर्व नान्टो काउंटी पार्षद शि ज़ुएयान को बर्खास्त कर दिया गया, जो पदभार ग्रहण करने के एक साल के अंदर अपनी चीनी राष्ट्रीयता त्यागने में असफल रहीं.
आंतरिक मंत्री लियू शाइह-फैंग ने बताया कि विनियमन सुनिश्चित करता है कि निर्वाचित अधिकारी केवल ताइवान की नागरिकता रखते हैं, और इसको न मानने वाले को पद से हटा दिया जाता है. मंत्रालय ने इसके बारे में कई बार नोटिस भेजे हैं.
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