Ilham Aliyev in Pakistan: पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया है, इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों की बात कही. अलीयेव ने भारत का नाम लिए बगैर कहा कि कश्मीरियों के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है.
हालांकि इससे पहले भी कई बार अजरबैजान कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन कर चुका है. और हर बार भारत करारा जवाब देकर अजरबैजान की बोलती बंद कर देता है, ऐसे में माना जा रहा है कि अर्मेनिया-भारत दोस्ती को लेकर अजरबैजान चिढ़ा हुआ है.
पाकिस्तान-अजरबैजान का भाईचारे का रिश्ता
अजरबैजानी राष्ट्रपति ने कहा कि ‘आज पाकिस्तान और अजरबैजान का भाईचारे का रिश्ता है. हम भाई हैं, हम दोस्त हैं, हम हर मुद्दे पर एक दूसरे के साथ हैं इसी पर हमारा रिश्ता भी टीका हुआ है. हम हर अंतरराष्ट्रीय संस्था में एक-दूसरे का समर्थन करते हैं. जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर हमारा सीधा समर्थन हमारी भाईचारे की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति हमारा सम्मान है.
पाकिस्तान में अलीयेव ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र का हवाला देते हुए अलीयेव ने कहा कि ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों में साफ साफ इस बात को बताया गया है कि कैसे कश्मीर के मुद्दे को हल किया जाना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से UNSC के प्रस्तावों के कार्यान्वयन की कोई व्यवस्था नहीं है. इसके बाव भी हम हमेशा भाई और दोस्त के रूप में आपके साथ, कश्मीरी भाइयों के साथ और अंतरराष्ट्रीय कानून के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे, हमें पूरा विश्वास है कि जीत न्याय की होगी.’
भारत से चिढ़ा है अजरबैजान
आपको बता दें कि अजरबैजान और अर्मेनिया के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है. इतना ही नहीं कई बार तो दोनों देशों के बीच युद्ध भी हो चुके है. वहीं, भारत भी पहले अजरबैजान को युद्ध सामग्री देता था, लेकिन बाद में अर्मेनिया को देने लगा, जिससे अजरबैजान भारत से चिढ़ा हुआ है. वहीं, अब पाकिस्तान अजरबैजान को युद्ध सामग्री दे रहा है, जिससे वो पाकिस्तान का सच्चा दोस्त बन गया है.
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