‘भारत में है विश्व में बदलाव लाने की क्षमता’, पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले ही व्हाइट हाउस के पूर्व अधिकारी का बड़ा बयान

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

India-America Relation: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार की शाम वाशिंगटन पहुंचने वाले है, लेकिन इससे पहले ही व्हाइट हाउस की एक पूर्व अधिकारी ने भारत और अमेरिका के संबंधों को लेकर बड़ा बयान दिया है. पूर्व अधिकारी लिसा कर्टिस ने कहा कि इस समय अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन भारत के साथ संबंधों को प्राथमिकता दे रहा है.

उन्‍होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन का मानना है कि भारत में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बदलाव लाने की क्षमता है, साथ ही वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने के मामले में भी एक “महत्वपूर्ण साझेदार” है. लिसा कर्टिस ने यह टिप्‍पणी ऐसे समय में की है, जब गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्हाइट हाउस में मुलाकात होने वाली है.

कौन है लिसा कर्टिस?

बता दें कि लिसा कर्टिस साल 2017 से 2021 के बीच ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में दक्षिण एवं मध्य एशिया की वरिष्ठ निदेशक थीं.  वहीं, पीएम मोदी के आने से पहले वाशिंगटन डीसी में स्थित थिंक टैंक ‘द सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी’ (सीएनएएस) द्वारा मंगलवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेस का आयोजन किया गया था, जिसमें लिसा कर्टिस भी शामिल हुई थी.

भारत में है विश्‍व में बदलाव लाने की क्षमता

थिंक टैंक में वरिष्ठ फेलो और हिंद-प्रशांत सुरक्षा कार्यक्रम की निदेशक कर्टिस ने कहा कि उनका मानना है कि भारत उभरती हुई एक वैश्विक शक्ति है और वास्तव में इसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र और विश्व में बदलाव लाने की क्षमता है.

उन्‍होंने कहा कि यह काफी उल्लेखनीय है कि नये ट्रंप प्रशासन के तहत घरेलू स्तर पर होने वाली हर चीज में भारत पर इतना ध्यान दिया जा रहा है. निश्चित रूप से, भारत सरकार ने भी गुरुवार को होने वाली बैठक के लिए कए अच्‍छा माहौल बनाने के लिए सकारात्‍मक कदम उठाए हैं.

इस भी पढें:-Methamphetamine: भारत-म्यांमार सीमा पर ‘मेथामफेटामाइन’ गोलियां जब्त, 173.73 करोड़ रुपये है इसकी कीमत

Latest News

UN की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान 6 हफ्ते में 1400 लोगों की मौत!

UN Report: बांग्लादेश में पिछले साल छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा में मारे गए लोगों पर संयुक्त...

More Articles Like This

Exit mobile version