India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने एक इंटरव्यू के दौरान अपना शातिरपना जाहिर किया. उन्होंने बांग्लादेश और भारत की सीमा पर हो रहे आम लोगों की हत्याओं को रोकने के लिए भारत से अपील की है. साथ ही उन्होंने नई दिल्ली पर बांग्लादेश के लोगों की मांगों को महत्व न देने का आरोप लगाया है.
इतना ही नहीं म्यांमार में तख्तापलट के बाद से ही बांग्लादेश में करीब 10 लाख से अधिक रोहिंग्या रह रहे है, जिन्हें वापस भेजने में मदद न करने का भी नई दिल्ली पर आरोप लगाया है. तौहीद हुसैन ने कहा कि बॉर्डर पर किसी एक व्यक्ति की भी जान जाती है तो पूरा बांग्लादेश इसका दर्द महशूश करता है.
दिखाया पाकिस्तानी प्रेम
इसी दौरान तौहीद हुसैन का पाकिस्तान के प्रति प्रेम भी उभर कर सामने आया. उन्होंने सार्क मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि ‘हमें लगता है कि सार्क प्रक्रिया को फिर से पुनर्जीवित करने की जरूरत है, इस मामले में भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी को अलग रखा जा सकता है.’
सार्क में कुछ नहीं कर पा रहा था पाकिस्तान
बता दें कि शेख हसीना के कार्यकाल में भारत और बांग्लादेश सार्क में एक साथ थे, जिस वजह से पाकिस्तान यहां कुछ नहीं कर पा रहा था. बांग्लादेश के विदेश सलाहकार ने कहा कि नई दिल्ली यह जानती है कि बांग्लादेश के लोग क्या चाहते हैं, लेकिन उन्होंने आम लोगों की बजाय एक व्यक्ति (शेख हसीना) और एक पार्टी (आवामी लीग) को सिर्फ महत्व दिया.’
भारत के प्रति जनता में असंतोष- बांग्लादेश
रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने कहा था कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत के लोगों के साथ मजबूत संबंध देखना चाहती है, जिसका पूर्ववर्ती शेख हसीना की सरकार में अभाव था. हुसैन ने कहा कि ‘भारत के प्रति बांग्लादेश की जनता का असंतोष कम करना संभव है, लेकिन इसके लिए दोनों देशों को बेहतर कदम उठाने की जरूरत है.’ तौहीद हुसैन कहा कि हम लोगों के बीच मजबूत संबंध देखना चाहते हैं, जिससे लोगों को यह महसूस हो कि भारत और बांग्लादेश के बीच अच्छे संबंध हैं, लेकिन इस पहलू का हमेशा से ही अभाव रहा है.
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