India-Bangladesh Relations: चीन और पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच अब भारत-बांग्लादेश सीमा विवाद शुरू हो गया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. भारत और पाकिस्तान कि बीच सीमा-विवाद को सुलझाने के लिए आहूत की गई बैठक 2 बार स्थगित हो चुकी है. ऐसे में अब महानिदेशक (डीजी) स्तर की वार्ता 16 फरवरी से होने की उम्मीद है, जो दिल्ली में हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के बाद भारत की तरफ से सीमा पर बाड़ लगाने और बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद घुसपैठ के प्रयासों में बढ़ोतरी का मुद्दा चर्चा का प्रमुख एजेंडा रहेगा. हालांकि 16 से 19 फरवरी के बीच बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश का एक प्रतिनिधिमंडल भारत के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ इस द्विवार्षिक वार्ता में चर्चा करेगा.
शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद बिगड़े रिश्ते
अगस्त 2024 में बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद दोनों सेनाओं के बीच यह पहली शीर्ष स्तरीय चर्चा होगी, जिसपर काम किया जा रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले साल ये वार्ता दो बार स्थगित हो गई थी.
दरअसल, दोनों देशों के बीच कुल 4,096 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब 95.8 किमी को कवर करने वाले लगभग 92 चिह्नित हिस्सों पर सहमति के अनुसार ‘सिंगल रो’ की बाड़ के निर्माण को लेकर बांग्लादेश की आपत्तियों से संबंधित मुद्दों को इस बैठक के दौरान ‘‘प्रमुखता’’ से उठाए जाने की उम्मीद है.
बाड़ लगाने से परेशान है बांग्लादेश
वहीं, हाल ही में बांग्लादेश ने ढाका में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को बुलाकर बाड़ लगाने और सीमा पर हत्याओं के संबंध में बीएसएफ की गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त की थी. हालांकि अगले ही दिन भारत ने दिल्ली में बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त नूरल इस्लाम को स्पष्ट कर दिया कि बाड़ लगाने के दौरान सभी निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है, जिसमें उम्मीद जताई गई कि बांग्लादेश द्वारा सभी पूर्व समझौतों को लागू किया जाएगा और सीमा पार अपराधों से निपटने के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाएगा.
बांग्लादेशी घुसपैठ है बड़ा मुद्दा
दोनों देशों के बीच होने वाली इस वार्ता में भारत की ओर से सीमा पर सीमा पर बांग्लादेशी नागरिकों के घुसपैठ के प्रयासों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर भी चर्चा किए जाने की उम्मीद है. आंकड़ों की मानें तो अगस्त से दिसंबर के बीच बीएसएफ के जवानों ने 1,956 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था.
पिछले संस्करण का आयोजन ढाका में
बता दें कि महानिदेशक स्तर की सीमा वार्ता साल 1975 और 1992 के बीच सालाना आयोजित की जाती थी, लेकिन साल 1993 में इसे द्विवार्षिक कर दिया गया, जिसमें दोनों पक्ष बारी-बारी से नयी दिल्ली और ढाका में वार्ता का आयोजन करते है. वहीं, पिछला संस्करण मार्च के महीने में ढाका में आयोजित किया गया था, जब भारतीय प्रतिनिधिमंडल बांग्लादेश गया था.
इसे भी पढें:-अफगानिस्तान में फिर से एक्टिव हुआ अल-कायदा, TTP के साथ मिलकर अपने अभियान का कर रहा विस्तार