India-Bangladesh relations: भारत-बांग्लादेश के बीच लगातार खराब होते संबंधों के बीच अब मोहम्मद युनूस सरकार के तेवर कुछ बदले बदले नजर आ रहे है. दरअसल, हाल ही में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बांग्लादेश का दौरा किया था. इस दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा कि वह भारत समेत सभी देशों के साथ पारस्परिक सम्मान और समानता पर आधारित मजबूत संबंध चाहते है.
ढाका के मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने नरसिंगडी के रायपुरा और बेलाबो उपजिलों में अधिकारियों, पत्रकारों, नेताओं और बुद्धिजीवियों के साथ दो अलग-अलग बैठकों के दौरान ये टिप्पणियां की है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने भारत को संदेश भेजा है, जिसमें अच्छे संबंधों की इच्छा जताई गई है, लेकिन यह आपसी हितों पर आधारित होना चाहिए.
बदले बदले हैं बांग्लादेश के तेवर
तौहीद हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश सभी देशों के साथ सम्मान और समानता के आधार पर अच्छे संबंध चाहता है और इस लक्ष्य पर सरकार काम भी कर रही है. साथ ही उन्होंने अंतरिम सरकार की निष्पक्ष शासन व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया, जिसमें छात्रों सहित जनता की चिंताओं को दूर करना और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के मकसद से सुधारों को लागू करना शामिल है.
बांग्लादेश में कब होंगे चुनाव?
दरअसल, बांग्लादेश में पिछले साल ही आम चुनाव हुए थे, जिसमें शेख हसीना की अवामी पार्टी को बहुमत मिला था. हालांकि उस दौरान विपक्ष ने चुनाव में भाग नहीं लिया था. वहीं, इस चुनाव के करीब एक साल बाद पांच अगस्त को उग्र हिंसक आंदोलन की वजह से शेख हसीना को पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा था, जिसके बाद अब मोहम्मद युनूस को अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार बनाया.
मोहम्मद युनूस को सरकार बनाए जाने के बाद देश में लगातार ये सवाल एठ रहा है कि आखिर कब तक देश में ऐसी सरकार रहेगी जिसे जनता ने चुना ही नहीं है. इस मामले को लेकर हुसैन ने कहा कि हम कुछ सुधारों पर काम कर रहे हैं और जैसे ही सुधार हो जाएंगे, वैसे ही राजनीतिक सत्ता निर्वाचित नेताओं को हस्तांतरित हो जाएगी.
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