India budget 2025: भारत में शनिवार को देश का आम बजट पेश किया गया. ऐसे में विदेशी सरकारों की मदद के लिए भी 5 हजार 483 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. हालांकि ये पिछले साल के बजट की तुलना में कुछ कम है. बता दें कि इससे पहले साल 2024 में विदेशों के लिए 5 हजार 806 करोड़ रुपए आवंटित किया गया था.
बता दें कि भारत के इस साल के बजट में जहां भूटान के लिए सबसे ज्यादा 2150 करोड़ रुपए आवंटित किए तो वहीं, म्यांमार के लिए भी 350 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. दरअसल, इस वक्त म्यांमार के हालात बेहज नाजुक हैं, वो भीषण गृह युद्ध से जुझ रहा है. वहीं, बांग्लादेश में राजनीतिक उथल पुथल के बीच भारत की एक्ट ईस्ट नीति पर गंभीर खतरे उत्पन्न हो गए हैं.
भारत ने दिए अच्छे संकेत
दरअसल ये नीति भारत के पूर्वोत्तर और दक्षिण एशिया के बीच आर्थिक और सामरिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था. इन देशों के अलावा, अफगानिस्तान में तालिबान की अंतरिम सरकार है. वो सरकार जो भारत के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करने पर जोर देती है. ऐसे में भारत ने भी अफगानिस्तान के लिए अपने बजट को बढ़ाकर अच्छे संकेत देने की कोशिश की है.
नेपाल के लिए 700 करोड़ रुपये का आवंटन
वहीं, नेपाल के लिए भारत ने अपना आवंटन 700 करोड़ रुपये पर बरकरार रखा है. वहीं, संकटग्रस्त पड़ोसी श्रीलंका के लिए आवंटन 245 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 300 करोड़ रुपये कर दिया गया है, क्योंकि यह देश आर्थिक मंदी से उबर रहा है. इसके अलावा, पिछले साल बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक मतभेद के बीच ढाका को दी जाने वाली सहायता राशि 120 करोड़ रुपये पर अपरिवर्तित बनी हुई है.
अफगानिस्तान के लिए 100 करोड़ का प्रावधान
भारत ने अफगानिस्तान की मदद के लिए साल 2025-26 के लिए 100 करोड़ का प्रावधान रखा है, जो पिछले बजट के तुलना में दोगुना है. साल 2024-25 में भारत द्वारा अफगानिस्तान को महज 50 करोड़ की मदद दी गई थी. हालांकि इससे दो साल पहले रुपये में मदद का आंकड़ा 207 करोड़ का था, लेकिन हाल ही के दिनों में अफगानिस्तान में भारत मानवीय सहायता तक सीमित रहा है.
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