India-China: भारत और चीन के बीच करीब 4 वर्षो से चला आ रहा सीमा विवाद अब खत्म होने के कगार पर है. दोनों के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को कम करने के लिए एक बड़ा समझौता हुआ है, जिसके तहत तहत दोनों देशों की सेनाएं पहले कह तरह अपनी पुरानी स्थिति में वापस जाएंगी और बॉर्डर पर डिसइंगेजमेंट किया जाएगा.
भारत और चीन के बीच इस समझौते का असर अब जमीन पर दिखाई देने लगा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग में अब तक 50 फीसदी डिसइंगेजमेंट पूरा हो गया है. दोनों देशों ने अपनी अपनी सेनाओं को पीछे हटा लिया है.
दिवाली से पेट्रोलिंग की संभावना
ऐसे में कहा जा रहा है कि 28 से 29 अक्टूबर तक डेमचोक और देपसांग में भारत और चीन की सेनाओं के बीच डिसइंगेजमेंट पूरा हो जाएगा. वहीं, माना जा रहा है कि दिवाली से डेपसांग और डेमचोक में पेट्रोलिंग शुरू हो सकती है. उदाहरण के रूप में डेमचोक और देपसांग के अलग-अलग इलाकों में सैनिक 2 से 10 किमी की दूरी तक जाएंगे.
क्या होगा पेट्रोलिंग का प्रोसेस?
पेट्रोलिंग के दौरान दोनों देश एक दूसरों के कमांडर्स को जवानों की संख्या बताएंगे. साथ ही हॉटलाइन पर बातचीत करेंगे. इसके अलावा, लांग रेंज पेट्रोलिंग और शॉर्ट रेंज पेट्रोलिंग की पूरी जानकारी और समय एक दूसरे को बताई जाएगी, जिससे देनों देशों के बीच विश्वास बन सके. एक महीने में ये दो या उससे अधिक बार भी हो सकता है.
लोकल लेवल पर भी बातचीत करेंगे दोनों देश
दोनों देश आपस में लोकल लेवल पर भी बातचीत करेंगे. वहीं, टेंट हटाने के बाद अपने फॉरवर्ड बेस को डेम चौक और डेपसांग से और पीछे की ओर ले जाएंगे. यह दूरी एक सीमित दूरी के तौर पर होगी. ऐसे में कहीं इसके बीच की दूरी दो किलोमीटर और कहीं दस किलोमीटर भी हो सकती है. वहीं, दोनों देश एक दूसरे की अलग-अलग तकनीकी साधनों से निगरानी करेंगे साथ ही जो दोनों के बीच म्यूचुअल अंडरस्टैंडिंग है उसका पालन करेंगे.
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