India-honduras: भारत ने रविवार को मध्य अमेरिकी देश होंडुरास को 26 टन मानवीय सहायता भेजी है. दरअसल, हाल ही में आए उष्णकटिबंधीय तूफान ‘सारा’ ने मध्य अमेरिकी देश में काफी तबाही मचाई है. कई बुनियादा ढाचे तबाह हो गए, जबकि हजारों लोग विस्थापित होने को मजबूर है.
ऐसे में विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने एक पोस्ट में कहा कि “ग्लोबल साउथ के लिए एक विश्वसनीय साझेदार भारत ने हाल ही में आए उष्णकटिबंधीय तूफान सारा के मद्देनजर होंडुरास को 26 टन मानवीय सहायता भेजी है.”
आपदा राहत सामग्री की पहली खेप रवाना
विदेश मंत्रालय ने बताया कि मेडिकल सप्लाई और आपदा राहत सामग्री से युक्त यह खेप भारत से रवाना हो गई है, जिसमें सर्जिकल आपूर्ति, ग्लूकोमीटर, ऑक्सीमीटर, दस्ताने, सीरिंज और IV तरल पदार्थ, कंबल, स्लीपिंग मैट और स्वच्छता किट शामिल हैं.
दरअसल, नवंबर 2024 में होंडुरास के तट पर बना उष्णकटिबंधीय तूफान ‘सारा’ विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन का कारण बना, जिसने होंडुरास में घरों और कई सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को तबाह कर दिया. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए, हजारों लोगों की ज़िंदगी सीधे तौर पर तूफान से प्रभावित हुई.
बच्चों से लेकर बुढ़ों तक में बढ़ा बीमारियों का खतरा
आलम ये है कि लोगों की साफ पानी तक पहुंच काफी मुश्किल हो गई है. जबकि साफ-सफाई की व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई, परिणामस्वरूप 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में डायरिया और पानी से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ गया. इसके अलावा, शेल्टर, घरों के बुरे हालात और भीड़भाड़ के कारण तीव्र श्वसन रोगों समेत संक्रामक रोगों का जोखिम काफी बढ़ा हुआ है. वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं को भी काफी नुकसान पहुंचा है.
भारत और होंडुरास के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध
बता दें कि भारत और होंडुरास के बीच मैत्रीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं. इससे पहले होंडुरास जब कोविड संकट से जूझ रहा था, तब भारत सरकार ने उसे आवश्यक दवाइयां और पीपीई दान किए थे. ऐसे ही पहले भी कई चुनौतीपूर्ण समयों के दौरान भारत सरकार ने होंडुरास की मदद की है.
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