India-Kyrgyzstan Relation: भारत और किर्गिस्तान के बीच टोखमोक में 10 मार्च को शुरू हुए संयुक्त विशेष बल अभ्यास ‘खंजर-XII’ 23 मार्च को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के सैन्य बलों के बीच सहयोग को मजबूत करना, उच्च ऊंचाई पर युद्ध कौशल को निखारना और आतंकवाद विरोधी रणनीतियों को बेहतर बनाना था.
बता दें भारत और किर्गिस्तान के बीच हुए इस सैन्य अभ्यास में भारत के पैराशूट रेजिमेंट (स्पेशल फोर्स) और किर्गिस्तान की स्कॉर्पियन ब्रिगेड के विशेष बलों ने हिस्सा लिया. इस दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने स्नाइपिंग, जटिल इमारतों में घुसपैठ, पहाड़ी युद्धकला और विशेष आतंकवाद-रोधी अभियानों का अभ्यास किया.
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भारतीय जवानों को मिला पदक
दोनों देशों के बीच चल रहे इस अभ्यास के दौरान नवरोज का पर्व भी मनाया गया, जो दोनो देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने का महत्वपूर्ण अवसर बना. वहीं, इस अभ्यास के समापन समारोह में किर्गिज रक्षा मंत्रालय ने भारत के दो जवानों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पदक प्रदान किए. इसके अलावा दो अन्य जवानों को भी उनके पेशेवर मानकों के लिए प्रशंसा पत्र दिए गए.
व्यापक समीक्षा बैठक का भी हुआ आयोजन
14 दिन तक चले इस समारोह में दोनो देशों रक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी और मित्र देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. उन्होंने इस अभ्यास को क्षेत्रीय स्थिरता और रक्षा सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण बताया. वहीं, इस अभ्यास के बाद एक व्यापक समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और भविष्य में सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा की.
2011 में हुई थी इसकी शुरुआत
बता दें कि ‘खंजर’ अभ्यास एक वार्षिक आयोजन है, जिसकी शुरुआत साल 2011 में हुई थी. इस अभ्यास का आयोजन भारत और किर्गिस्तान में बारी बारी किया जाता है. ऐसे में इसका पिछला संस्करण जनवरी 2024 में भारत में हुआ था.
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