India-Maldive: मालदीव की सत्ता में आते ही भारत से बगावत का बिगुल बजाने वाले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के तेवर अब धीरे-धीरे ठंडा हो रहा है. ऐसे में अब चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू पीएम मोदी से मिलने 7 अक्टूबर को भारत के नई दिल्ली आ सकते है. फिलहाल भारत या मालदीव किसी की ओर से भी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
दरअसल, भारत और मालदीव के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है. इसी बीच मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने हाल ही में दावा किया था कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के साथ अपनी गलतफहमियों को दूर कर लिया है और वह जल्द ही नई दिल्ली की यात्रा पर जाएंगे.
भारत को लेकर मुइज्जू को हुई थी गलतफहमी
मूसा जमीर ने ये भी कहा था कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार के शुरुआती दिनों में भारत-मालदीव संबंध कठिन दौर से गुजरे, लेकिन अब दोनों देशों ने अब ‘गलतफहमियां’ दूर कर ली हैं. उन्होंने बताया कि भारत के साथ संबंधों में उस वक्त सबसे अधिक चुनौतियों का सामना जब मालदीव से भारतीय सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी हटाने के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू ने अभियान छेड़ दिया था. मूसा ने कहा कि भारत को लेकर राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को गलतफहमी हो गई थी, लेकिन वह दूर हो गई है.
Maldives President Mohamed Muizzu likely to visit India next week starting 7 October: Sources
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— ANI (@ANI) October 4, 2024
क्यों दोनों देशों के संबंधों में आई खटास?
बता दें कि मोहम्मद मुइज्जू को चीन के प्रति झुकाव रखने के लिए जाना जाता है. उनके राष्ट्रपति पद पर काबिज होने के बाद भारत-मालदीव संबंध में खटास आने लगी. वहीं, उन्होंने शपथ लेने के महज कुछ घंटों के अंदर ही भारत से मालदीव को उपहार में दिए गए तीन सैन्य प्लेटफॉर्म पर तैनात भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की थी. इतना ही नहीं, मुइज्जू ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी.
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