India-Male: भारत और मालदीव के बीच चल रही तनातनी अब धीरे धीरे कम होती हुई नजर आ रही है. दरअसल, भारत ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए भारत के दो अतिरिक्त बंदरगाहों से मालदीव को कुछ महत्वपूर्ण चीजों के निर्यात के मंजूरी दे दी है, जिनमें विशाखापत्तनम सागर और कांडला सागर शामिल हैं. भारत द्वारा किए गए इस ऐलान की पुष्टि मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए की है.
कांडला और विशाखापत्तनम सीमा शुल्क समुद्री बंदरगाहों को आवश्यक वस्तुओं के निर्यात के लिए अनुमति प्राप्त उन बंदरगाहों की लिस्ट में जोड़ा गया है, जिसमें चार बंदरगाह पहले से ही उपयोग में थे.
India-Male: द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि
दरअसल, पिछले वित्तीय वर्ष में भारत और मालदीव के बीच व्यापार में वृद्धि रिकॉर्ड की गई है. दोनों देशों में व्यापार 2022-23 में 97.337 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 97.856 करोड़ डॉलर दर्ज किया गया है. वहीं, भारत की ओर से मालदीव को दी गई बंदरगाहों की राहत से कुछ समय पहले ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने वायनाड में भूस्खलन से हुए मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा था, बता दें कि वायनाड भूस्खलन में मौतों का आकड़ा 300 के पार जा चुका है.
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