India Pakistan Relations: पाकिस्तान की तरफ से भारत को 1965 और 1971 के युद्धों में लापता हुए रक्षाकर्मियों की लिस्ट सौंपी गई है. इस लिस्ट के साथ ही दोनों देशों ने एक-दूसरे की हिरासत में बंद असैन्य कैदियों और मछुआरों की लिस्ट का आदान-प्रदान किया. यह जानकारी विदेश कार्यालय की तरफ से दी गई है.
पाकिस्तान ने सौंपी 38 रक्षाकर्मियों की सूची
दरअसल, विदेश कार्यालय ने एक बयान में बताया कि भारत और पाकिस्तान ने सोमवार को नई दिल्ली और इस्लामाबाद में एक साथ राजनयिक माध्यम से एक-दूसरे की हिरासत में बंद असैन्य कैदियों और मछुआरों की सूची का आदान-प्रदान किया. इस दौरान पाकिस्तान ने 38 लापता पाकिस्तानी रक्षाकर्मियों की सूची भी सौंपी है, जिनके बारे में बताया जाता है कि वे 1965 और 1971 के युद्धों के बाद से भारत की हिरासत में हैं.
दोनों देशों ने एक दूसरे को सौंपी सूची
विदेश कार्यालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि, ‘‘पाकिस्तान ने 38 लापता पाकिस्तानी रक्षाकर्मियों की सूची भी सौंपी है, जिनके बारे में माना जाता है कि वो 1965 और 1971 के युद्धों के बाद से भारत की हिरासत में हैं. पाकिस्तान ने पाकिस्तानी जेलों में बंद 254 भारतीय या भारतीय माने जाने वाले असैन्य कैदियों और मछुआरों की सूची सौंपी है, जबकि भारत ने भारतीय जेलों में बंद 452 पाकिस्तानी या पाकिस्तानी समझे जाने वाले असैन्य कैदियों और मछुआरों की सूची सौंपी है.”
हर साल आदान-प्रदान की जाती है लिस्ट
ज्ञात हो भारत-पाकिस्तान के बीच साल 2008 के द्विपक्षीय समझौते के प्रावधानों के तहत, ऐसी सूचियों का आदान-प्रदान हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को किया जाता है. विदेश कार्यालय ने कहा कि सरकार ने भारत में अपनी सजा पूरी कर चुके सभी पाकिस्तानी कैदियों की तत्काल रिहाई और देश भेजने का आग्रह किया है. सरकार के प्रयासों के तहत 2023 में 62 और मौजूदा वर्ष में चार पाकिस्तानी कैदियों की वापसी अब तक सुनिश्चित की गई है.