India Pakistan Relation: पाकिस्तान अपनी नापाक करतूतों से कभी बाज नहीं आता है. वो आए दिन भारत के लिए कुछ न कुछ जहर उगलता रहता है. एक बार फिर उसने कश्मीर के मुद्दे पर भारत को घेरने की कोशिश की है. दरअसल, पाकिस्तान ने फिर से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में अपना दुखड़ा रोया है और कश्मीर मुद्दे को लेकर सवाल उठाएं हैं. लेकिन इस बार भी पाकिस्तान को भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है.
भारत ने लगाई पाकिस्तान की क्लास
एक बार फिर पाकिस्तान ने यूएनएचआरसी में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया है. इस पर भारत ने पाकिस्तान को आड़े हांथों ले लिया. भारत की प्रथम सचिव अनुपमा सिंह यूएन में तैनात हैं. वो भारत के विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देती हैं. कश्मीर मुद्दे को लेकर अनुपमा सिंह ने कहा कि एक सदस्य ने फिर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने के लिए इस मंच का इस्तेमाल किया है. भारत के चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों का हिस्सा लेना ही अपने आप में जवाब है. पाकिस्तान का काम ही आतंकवाद का निर्यात करना है. यहां अल्पसंख्यकों के साथ-साथ कई मुस्लिमों का दमन होता है. पाकिस्तान को अपने घर में ध्यान देना चाहिए.
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तुर्की को भारत ने सुनाई खरी-खोटी
दरअसल, ये पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में लताड़ा गया है. पाकिस्तान आए दिन यूएन में कश्मीर को लेकर अपना दुखड़ा रोता रहता है. फरवरी 2024 में भी पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को उठाया था, जिस पर भारत ने उसे करारा जवाब दिया था. उस दौरान तुर्की ने भी कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश की थी, जिस पर भारत ने कहा था, उसे हमारे आंतरिक मामलों में टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.
पाकिस्तान ने उठाया था गुमशुदगी का मामला
इससे पहले पाकिस्तान के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत उस्मान जादून ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को लेकर सवाल उठाया था. जादून ने कहा कि, हम युद्ध क्षेत्रों से गायब लोगों के मुद्दे पर बात करने के लिए मीटिंग को बुलाने का स्वागत करते हैं. पाकिस्तान ने बार-बार गुमशुदगी का मामला उठाया है. कश्मीर में भारत की पुलिस और सुरक्षा बल जो कर रहे हैं, उसे भयानकता की श्रेणी में रखा जा सकता है. हजारों कश्मीरी युवा लापता हैं. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि अगस्त 2019 के बाद से कश्मीर में भारतीय सेना ने 13,000 लड़कों को गायब किया है, लेकिन फिर भी दुनिया इस पर चुप बैठी है, कोई इन मामलों पर ध्यान नहीं दे रहा है.