नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले ही पाकिस्तान ने बदले अपने रंग, भारत के साथ चाहता है सहयोगात्मक संबंध

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

India-Pakistan Relation: पाकिस्तान का बल चला गया, लेकिन अकड़ कभी नहीं गई. वो आए दिन अपनी खोखली बयानबाजी से भारत को धमकाता आया है. हालांकि, नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से पहले ही पाकिस्तान ने अपना रंग बदल लिया है. शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच की तरफ से ये बयान सामने आया है कि पाकिस्तान भारत समेत सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध और बातचीत के माध्यम से विवादों का समाधान चाहता है.

जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा पाकिस्तान

7 जून, शुक्रवार को मुमताज जहरा बलूच ने एक संबोधन में कहा कि भारत की ओर से आने वाली कठिनाइयों और बयानबाजी के बावजूद पाकिस्तान जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा है. साथ ही भारत सहित सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध और बातचीत के माध्यम से विवादों का समाधान चाहता है. जहरा बलूच ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर जैसे प्रमुख विवाद समेत भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए पाकिस्तान लगातार बातचीत और शांति की बात करता है.

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पाकिस्तान ने भारत से अपने संबंधों को कम किया

मुमताज जहरा बलूच ने कहा, भारत सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया था. सरकार ने जम्म-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को निरस्त कर दिया था. जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच काफी तनाव पैदा हो गया था. अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने संबंधों को कम कर दिया था.

पाकिस्तान शांति बनाये रखने में विश्वास करता है

मुमताज जहरा बलूच ने कहा, पाकिस्तान शांति बनाये रखने में विश्वास करता है. हमें उम्मीद है कि भारत दोनों देशों की जनता के पारस्परिक लाभ के लिए शांति को बनाए रखने और वार्ता को आगे बढ़ाने तथा लंबे समय से चले आ रहे विवादों के समाधान के लिए अनुकूल वातावरण बनाने को लेकर कदम उठाएगा.

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