India-Saudi Bilateral Trade: सऊदी अरब भारत का बड़ा व्यापारिक साझेदार है. अब दोनों देशों ने इस साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है. दरअसल, भारत और सऊदी ने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की है. हाल ही में केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सऊदी अरब के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने 30 अक्टूबर, बुधवार को रियाद में भारत-सऊदी स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप काउसिंल (SPC) के अंतर्गत इकोनॉमी एंड इन्वेस्टमेंट कमेटी की दूसरी बैठक में भाग लिया.
इन क्षेत्रों में साथ चलने की प्लानिंग
इस बैठक में सऊदी अरब की ओर से ऊर्जा मंत्री अब्दुलअजीज बिल सलमान अल-सऊद शामिल हुए. भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बताया है कि दोनों देशों के बीच तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई. इनमें फिनटेक, ऊर्जा दक्षता, नई तकनीक, स्वच्छ हाइड्रोजन, टेक्स्टाइल और खनन शामिल हैं.
व्यापार और निवेश बढ़ाने पर चर्चा
शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान में जानकारी देते हुए बताया गया कि भारत और सऊदी के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ावा देने के लिए कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपाय पर चर्चा हुई है. वहीं फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव (FII) कार्यक्रम में केंद्रीय पीयूष गोयल ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स से भारत के आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डिजिटल इफ्रास्ट्रक्चर, रिन्यूएबल एनर्जी और एडवांस मैन्यूफैक्चरिंग जैसे हाई ग्रोथ सेक्टर्स में उभरते अवसर को हासिल करने का आग्रह किया.
भारत-सऊदी के द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध
द्विपक्षीय व्यापार की बात करें तो भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है तो वहीं सऊदी अरब, भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. दोनों देशों के बीच 2022-23 में करीब 4453 अरब रुपयों का ट्रेड हुआ था. वहीं 2023-24 में 3613 अरब रुपयों का द्विपक्षीय कारोबार हुआ.
सऊदी अरब में 2700 से ज्यादा भारतीय कंपनियां ज्वाइंट वेंचर्स/पूर्ण स्वामित्व संस्था के रूप में पंजीकृत हैं. जिनका किंगडम में करीब 168 अरब रुपयों का इन्वेस्ट है. वहीं अप्रैल 2000 से जून 2024 तक भारत में सऊदी का डायरेक्ट निवेश 270 अरब रुपयों से अधिक है.
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