India slams Pakistan: एक ओर जहां पाकिस्तान को आंतकियों के खिलाफ अभियान चला रहा है वहीं, दूसरी ओर वहां कि आंतकी खुलेआम सार्वजनिक सभा में भाषण दे रहे है. पड़ोसी देश के इसी दोहरे रवैये पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. साथ ही कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है.
दरअसल, हाल ही में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के पाकिस्तान के बहावलपुर में एक सार्वजनिक सभा में भाषण देने ककी खबर सामने आई है. इस दौरान भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने पाकिस्तान से मसूद अजहर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि वह एक यूएन-नामित वैश्विक आतंकवादी है. साथ ही भारत में कई घातक आतंकवादी हमलों में शामिल रहा है.
मसूद को न्याय के कठघरे में लाएं पाकिस्तान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि यदि वाकई में ये रिपोर्ट सही है तो यह पाकिस्तान के द्वैतीयता को उजागर करता है, क्योंकि वो हमेशा ही दावा करता है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में नहीं है. ऐसे में यदि वह सार्वजनिक रूप से भाषण दे रहा है, तो इसे साफ साफ सपष्ट होता है कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. ऐसे में हम चाहते हैं कि पाकिस्तान उसे न्याय के कठघरे में लाए.
इन आंतकी हमलों में शामिल था मसूद अजहर
बता दें कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने साल 2019 में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था. वो 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले, 2001 में जम्मू और कश्मीर विधानसभा पर हमले, 2016 में पठानकोट हमले, 2019 में पुलवामा हमले और कई अन्य आतंकवादी हमलों में शामिल था. इतना ही नहीं, वो जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक भी हैं, जिसे पहले अल-कायदा और तालिबान से जुड़ा हुआ माना जाता था.
वहीं, पाकिस्तान से आई इस नई रिपोर्ट ने पाकिस्तान के आतंकवाद के प्रति गैर-जिम्मेदार रवैये को और भी स्पष्ट कर दिया है. वहीं, भारत ने पाकिस्तान से उसकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करने की मांग की है.
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