India Sri Lanka Relation: बीते एक दशक में भारत में जो डिजिटल क्रांति आई है, उसका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है. यूपीआई पेमेंट सिस्टम से लेकर आईटी क्षेत्र की ग्रोथ तक, पीएम मोदी ने इन क्षेत्र में जमकर काम किया है. अब भारत सरकार अपने पड़ोसी देश में भी डिजिटल क्रांति लाकर ही मानेगा. बता दें कि श्रीलंका के एजुकेशन सिस्टम को डिजिटल बनाने के लिए भारत वहां की सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है. शनिवार को भारत सरकार ने श्रीलंका के 200 स्कूलों को खास तोहफा दिया है, ताकि भावी पीढ़ी आगे बढ़ सकें.
भारत सरकार ने दिया खास तोहफा
दरअसल, श्रीलंका के दक्षिणी जिले गाले में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और भारत के उच्चायुक्त संतोष झा शामिल हुए, इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिकीकरण की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया गया. समारोह में दक्षिणी प्रांत के 200 स्कूलों के लिए 2 हजार टैब प्रदान किए गए. जिसकी कीमत 30 करोड़ रुपये है. इस दौरान राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा श्रीलंका को दी जा रही मदद के लिए धन्यवाद दिया.
हर क्लास को 10 टैब
राष्ट्रपति रानिल के मीडिया प्रभाग (पीएमडी) की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि स्वास्थ्य और उद्योग मंत्री डॉ. रमेश पथिराना के अनुरोध के बाद इस परियोजना के लिए भारत सरकार ने दक्षिणी प्रांतीय परिषद को 30 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. चुने गए दो सौ स्कूलों में से 150 गाले जिले में हैं, जबकि बाकी 50 हंबनटोटा और मटारा जिलों में हैं. बयान के अनुसार, इसके अलावा 2,000 टैब वितरित किए गए, जिनमें से 200 कक्षाओं में से हर एक को 10 टैब मिले.
श्रीलंका में बनेगा IIT
श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि हम आधुनिक प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने में भारत द्वारा दिए गए सहयोग की गहराई से प्रशंसा करते हैं. पीएम मोदी ने श्रीलंका में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) का कैम्पस स्थापित करने में रुचि व्यक्त की है, जिसकी बहुत ज्यादा सराहना होती है. इसके अलावा, पड़ोसी देश भारत के साथ ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए चर्चा सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है.
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