India UAE Trade Deal: भारत और UAE एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक हैं. UAE में भारतीय नागरिकों की अच्छी खासी आबादी है. जिसका इस खाड़ी देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है. 2 साल पहले 18 फरवरी 2022 को भारत और UAE के बीच एक ऐतिहासिक व्यापार समझौता हुआ था. जो महज कुछ ही दिनों में मिसाल बन गया. वहीं, अब खबर है कि भारत और UAE इसकी समीक्षा करने जा रहे हैं.
दोनों देशों के लिए मिसाल बना समझौता
दरअसल, 18 फरवरी 2022 को भारत और UAE के बीच हुए समझौते हुए थे. महज़ 88 दिनों की बातचीत के बाद दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता दुनिया के सामने मिसाल बन गया है. अब दोनों मुल्कों के बीच हुए इस व्यापार समझौते की समीक्षा यह जानने के लिए की जा रही है कि इसके मूल नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं.
समय-समय पर होती रहती है समीक्षा!
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, समीक्षा की पुष्टि करने वाले सूत्र और भारतीय अधिकारी ने इसे सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा बताया है. भारतीय अधिकारी ने बताया है कि इस तरह के समझौतों की समय-समय पर समीक्षा होती रहती है. हालांकि, समीक्षा की खबर ऐसे समय पर आई है जब UAE के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद अल नाहयान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर है.
ज्ञात हो कि रविवार को ही UAE के क्राउन प्रिंस नई दिल्ली में अपने पहले आधिकारिक दौरे पर पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उनका स्वागत किया. हालांकि सूत्रों की माने तो यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद के बेटे शेख खालिद के व्यापार समीक्षा में भाग लेने की संभावना बहुत कम है.
भारत-UAE व्यापार समझौते की समीक्षा क्यों जरुरी?
ज्ञात हो कि साल 2022 में भारत और UAE के बीच हुए इस व्यापार समझौते को लेकर भारतीय उद्योगों ने चिंता जताई थी. भारतीय इंडस्ट्रीज ने UAE से कीमती धातुओं के आयात में हुई वृद्धि को लेकर चिंता जताई थी, जिसके बाद दोनों देशों के अधिकारी इस सप्ताह इस व्यापार समझौते की समीक्षा कर सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत और यूएई इसी सप्ताह व्यापार समझौते की समीक्षा करेंगे, जब UAE के क्राउन प्रिंस भारत दौरे पर हैं.