India-US BTA Talks: भारत के वरिष्ठ भारतीय व्यापार अधिकारियों की एक टीम हील ही में अमेरिका दौरे पर जाएंगी, जहां वो भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ औपचारिक रूप से व्यक्तिगत चर्चा करेगी. दोनों देशों के बीच इस वार्ता की शुरुआत 23 अप्रैल से होने वाली है.
सूत्रों के मुताबिक, चीफ ट्रेड नेगोशिएटर राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में यह भारतीय टीम वाशिंगटन पहुंचेगी. दोनों देशों के बीच इस समझौते के लिए संदर्भ की शर्तों (TOR) को अंतिम रूप दिए जाने और इसपर हस्ताक्षर किए जाने के बाद ये पहली आमने-सामने की बैठक है.
दोनों देशों के बीच वार्ता का मुख्य उद्देश्य
बता दें कि इससे पहले भी इस मुद्दे पर बातचीत के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ब्रेंडन लिंच नई दिल्ली पहुंचे थे, जिसे इस वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए एक सफल दौरा माना जा रहा है. वहीं 23 अप्रैल से शुरू होने वाली वार्ता का मुख्य उद्देश्य बीटीए के प्रारंभिक चरण के लिए तौर-तरीकों को स्पष्ट करना होगा.
टीओआर को किया जाएगा विकसित
इस मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि चर्चा महत्वाकांक्षा के स्तर, क्षेत्रीय प्राथमिकताओं और सौदे को अंतिम रूप देने की दिशा में मार्ग निर्धारित करेगी. इसके साथ ही अब टीओआर को भी और विकसित किया जाएगा, उसे क्रियान्वित किया जाएगा. इसमें टैरिफ रियायतें, गैर-टैरिफ बाधाएं, मूल नियम और सीमा शुल्क सुविधा जैसे क्षेत्रों की रूपरेखा दी गई है.”
कृषि, आईपीआर समेत इन मुद्दों पर होगी बातचीत
दोनों देशों के बीच इस बातचीत में वस्तुओं और सेवाओं के अलावा बौद्धिक संपदा अधिकार, वीजा व्यवस्था, टोटलाइजेशन समझौता (सामाजिक सुरक्षा करों पर) और सरकारी खरीद, कृषि सहित लंबे समय से चले आ रहे विनियामक मुद्दों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. इसके साथ ही उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि भविष्य की वार्ता के दौरों की समय-सारणी पर चर्चा होगी.
टैरिफ में मिलेगी राहत?
वहीं, इस सप्ताह की शुरुआत में ही वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि “भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार उदारीकरण के रास्ते पर चलने का फैसला किया है. ऐसे में यदि टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम किया जाता है, तो इससे व्यापार वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा और बड़े पैमाने पर व्यापार की संभावनाएं खुलेंगी.”
ऐसे में अब देखना ये है कि अमेरिका भारत पर लगाए टैरिफ को कम करता है या नहीं, यदि अमेरिका टैरिफ को कुछ कम करता है, तो दोनों देशों के बीच व्यापार और भी आसान हो जाएगा. बता दें कि ट्रंप द्वारा लगाएं गए टैरिफ के लागू होने में अभी काफी समय बाकी है. ऐसे में उम्मीद है कि भारत को उससे पहले ही खुशखबरी मिल जाएगी.
इसे भी पढें:-चीनी हितों की कीमत पर यूएस से हुई डील तो… ट्रेड वॉर से बौखलाए चीन ने दे डाली धमकी