Indian Embassy: बांग्लादेश में हिसंक बवाल देख अलर्ट हुआ भारत, नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Indian Embassy: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस हिंसा में अब तक 6 की मौत हो चुकी है. वहीं, सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं. फिलहाल बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन से हालात बेकाबू हो गए हैं. हालात को देखते हुए भारतीय दूतावास भी सतर्क हो गया है. भारत सरकार की तरफ से बांग्लादेश में रह रहे लोगों के लिए एडवायजरी जारी की गई है.

भारतीय दूतावास ने की ये अपील!

दरअसल, भारतीय दूतावास की तरफ से बांग्लादेश में रह रहे विशेषकर छात्रों और अपने नागरिकों के लिए खास एडवाइजरी जारी किया गया है. साथ ही आपातकालीन स्थितियों में मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. भारतीय दूतावास ने कहा है कि बांग्लादेश में मौजूदा हालात को देखते हुए वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोग और छात्र किसी भी यात्रा को नजरअंदाज करें और घर में ही रहें. किसी भी आपातकालीन स्थिति में वहां भारतीय दूतावास से संपर्क करें. भारत का उच्चायोग 24 घंटे अपने नागरिकों की सेवा के लिए तत्पर है.

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दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

भारतीय दूतावास ने कहा है कि हमारे नागरिक और छात्र यदि बांग्लादेश में किसी भी आपातकालीन स्थिति में फंसते हैं तो वह ढाका में 880-1937400591 पर कॉल या ह्वाट्सएप करके संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा चित्तागांग में असिस्टैंट हाई कमीशन ऑफ इंडिया के दफ्तर में 880-1814654797 और 880-1814654799 पर कॉल या ह्वाट्सएप पर संपर्क कर सकते हैं. इसी तरह राजशाही में 880-1788148696 और सिलहेट में 880-1313076411 व खुलना में 880-1812817799 पर कॉल या ह्वाट्सएप नंबरों पर मदद मांग सकते हैं. यह सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी.

जानिए क्यों हो रहा प्रदर्शन?

ज्ञात हो कि बांग्लादेश में आरक्षण व्यवस्था के तहत 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बच्चों और पौत्र-पौत्रियों को वरीयता दी गई है. उन्हें 30 फीसदी आरक्षण मिला हुआ है. इसके बाद महिलाओं को 10 फीसदी दिया गया है. वहीं, जातीय अल्पसंख्यकों को 5 फीसदी आरक्षण दिया गया है, जबकि एक प्रतिशत विकलांगों के लिए नौकरियां आरक्षित हैं. लेकिन उनका विरोध स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के वंशजों को लेकर है. इसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. बताते चलें कि बांग्लादेश में कुल 56 फीसदी आरक्षण है.

 

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