Britain News: बांग्लादेश के अलावा ब्रिटेन भी इन दिनों हिंसा की चपेट में है. यहां भी सरकार का भारी विरोध प्रदर्शन चल रहा है. हिंसा और उपद्रव के बीच भारत ने अपनी नौसेना का एक युद्धपोत लंदन भेजा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जंगी जहाज के साथ कई सदस्यों का दल भी भेजा है. साथ ही समस्तु वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है.
पीएम मोदी के निर्देश पर भेजा युद्धपोत
दरअसल, ब्रिटेन में चल रहे भारी विरोध प्रदर्शन और घमासान के बीच भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस तबर लंदन पहुंचा है. यह युद्धपोत पीएम मोदी के निर्देश पर ब्रिटेन भेजा गया है. ब्रिटेन के टेम्स नदी में इस भारतीय युद्धपोत के चालक दलों का स्वागत किया गया. ‘आईएनएस तबर’ का स्वागत करने के लिए टेम्स नदी के तट पर भारतीय समुदाय के कई सदस्य एकत्र हुए. इस दौरान ब्रिटेन की अपनी चार दिवसीय यात्रा पर रवाना इस युद्धपोत को गुजरने देने के लिए प्रतिष्ठित टॉवर ब्रिज के गतिशील लीवर के उठाए जाने के भव्य दृश्य को देखा.
भारतीय सेना और रॉयल नेवी के बीच पेशेवर सहभागिता की सुनियोजित श्रृंखला के तहत आईएनएस तबर बुधवार को एचएमएस बेलफास्ट (द्वितीय विश्वयुद्ध का युद्धपोत जो अब टेम्स पर इंपीरियल वॉर म्यूजियम द्वारा संचालित है) के पास पहुंचा. आईएनएस तबर रूस में भारतीय नौसेना के लिए बनाया गया एक स्टील्थ युद्धपोत (फ्रिगेट श्रेणी) है, जिसकी कमान कैप्टन एम.आर.हरीश के पास है और इसमें लगभग 280 कर्मी हैं.
हथियारों और सेंसरों से सुसज्जित है पोत
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आईएनएस तबर का दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए रॉयल आर्मी के सेवानिवृत्त पेंशनभोगियों को वृद्धाश्रम में सामुदायिक सेवा भी प्रदान करेगा. यह युद्धपोत विभिन्न प्रकार के आधुनिक हथियारों और सेंसरों से सुसज्जित है. जो भारतीय नौसेना के सबसे पुराने स्टील्थ युद्धपोतों में से एक है. यह जहाज भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्सा है.