मुस्लिम देशों का अमेरिका-इजरायल को झटका, ईरान पर हमले के लिए अपने क्षेत्र के इस्तेमाल से किया इनकार

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

International News: खाड़ी के मुस्लिम देशों ने अमेरिका और इजरायल को बड़ा झटका दिया है. पश्चिम एशियाई देशों ने अमेरिका और इजरायल को ईरान पर हमला करने के लिए उनके हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल न करने के लिए कहा है. दरअसल इजरायल ने ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब देने की धमकी दी है. साथ ही अमेरिका ने भी इजरायल का जवाब देने का समर्थन किया है. अमेरिका इजरायल का सबसे बड़ा सहयोगी है. ऐसे में अमेरिका-इजरायल को पश्चिम एशियाई देशों ने साफ तौर पर उनके क्षेत्र का इस्तेमाल न करने के लिए कहा है जोकि दोनों देशों के लिए बड़ा झटका है.

अपने क्षेत्र का नहीं करने देंगे इस्‍तेमाल

फर्स्टपोस्ट ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के हवाले से कहा गया है कि पश्चिम एशियाई के जिन देशों ने अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर रोक लगाई है, वो लंबे समय से अमेरिका के सहयोगी और साझेदार हैं. लंबे समय से बेहतर संबंध  रहने के बाद भी इन देशों ने अमेरिका से कहा है कि वे ईरान के विरूद्ध आक्रामक अभियानों के लिए अपनी जमीन या हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति नहीं देंगे.

संघर्ष बढ़ने का सता रहा डर

रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम देश जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और कतर ने अमेरिका से कहा है कि यदि उनके क्षेत्र का इस्तेमाल करते हुए कोई देश ईरान पर हमला करता है तो ईरान इसका बदला लेने के लिए उन पर भी हमले कर सकता है. ईरान ने ऐसे संकेत भी दिए हैं. ऐसे में तनाव से बचने के लिए वह नहीं चाहते कि ईरान के खिलाफ उनके क्षेत्र का इस्तेमाल हो.

जॉर्डन, सऊदी अरब, यूएई और कतर ने अमेरिका से कहा है कि वे ईरान पर हमलों के लिए अपनी भूमि, जल या हवाई क्षेत्र के इस्‍तेमाल करने का समर्थन नहीं करते हैं लेकिन इस क्षेत्र में रक्षात्मक अभियानों के साथ हैं. वहीं अमेरिका के अधिकारियों ने कहा है कि पश्चिम एशियाई सहयोगियों और भागीदारों ने कहा है कि वे रक्षात्मक अभियानों के साथ खड़े रहेंगे.

इजरायल की मदद करते रहे हैं ये देश

बता दें कि पश्चिम एशिया के ये मुस्लिम देश इजरायल के गाजा और लेबनान में हमलों की आलोचना करते रहे हैं लेकिन अमेरिका के साथ इजरायल की सहायता भी करते रहे हैं. ईरान ने अप्रैल में इजरायल पर 600 से अधिक रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे, तो जॉर्डन और सऊदी अरब ने भी अमेरिका, यूके और फ्रांस का साथ इजरायल की सहायता करने में दिया था. हाल ही में ईरानी हमले में भी जॉर्डन ने इजरायल की बड़ी मदद की थी.

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