International News: इजराइल-हमास के बीच चल रहा युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इजराइल द्वारा राफा में किए विध्वंसक हमले के बाद एक बार फिर मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है. इस बमबारी में हुए आम नागरिकों के मौत के बाद विश्व स्तर पर इजराइल की निंदा की जा रही है. वहीं, इस्लामिक स्टेट और सबसे बड़े मुस्लिम संगठन ने सख्त रुख अपनाते हुए इजराइल को जवाबदेह ठहराने की मांग की है.
दरअसल, हाल ही में इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के दक्षिण शहर राफा में फिलिस्तीनी शरणार्थी कैंप पर बमबारी की. जिसमें करीब 45 फिलिस्तीनियों नागरिकों की मौत हो गई. इसके बाद से मिडिल ईस्ट के देश इजराइल के खिलाफ सख्त होते नजर आ रहे हैं. फ्रांस और तुर्की और अमेरिका के राष्ट्रपति पहले ही नाराजगी जता चुके हैं. दुनिया के कई बड़े संगठनों ने भी इस हमले की निंदा की है.
दुनिया का नर्क बन चुका है गाजा
गाजा में राहत का काम करने वाली UN की एजेंसी UNRWA ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि राफा से आने वाली तस्वीरें बता रही हैं कि गाजा दुनिया का नर्क बन चुका है. इजराइल की बमबारी के बाद शरणार्थी कैंप में आग लगने से कई लोगों के जिंदा जलने की खबरे हैं. इस हमले में करीब 45 लोगों के मारे गए हैं.
वहीं, फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अपने बयान में कहा, इजराइली बलों द्वारा इस जघन्य नरसंहार को अंजाम देना सभी अंतरराष्ट्रीय वैधता प्रस्तावों के लिए एक चुनौती है. राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने आरोप लगाया है कि इजराइली सेना जानबूझकर फिलिस्तीन के आम नागरिकों को निशाना बना रही है.
मुस्लिम देशों के सबसे बड़े संगठन OIC ने दी धमकी
OIC (Organization of Islamic Cooperation) ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इन हमलो की प्रतिक्रिया का इजराइल खुद जिम्मेदार होगा. OIC ने इस हमले को मानवता के खिलाफ एक अपराध और सिस्टामेटिक स्टेट आतंकवाद बताया है. साथ ही OIC अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कानूनों के उल्लंघन के लिए इजराइल को जवाबदेह ठहराने की मांग की है.
पश्चिमी देशों ने भी किया विरोध
राफा में नागरिकों पर हुए बमबारी का पश्चिमी देशों ने विरोध किया. यूरोपियन यूनियन समेत स्पेन, नॉर्वे, आयरलैंड, जर्मन सभी देशों ने इजराइल की आलोचना की है. राफा में हुए हमले के कुछ ही देर बाद यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने ब्रुसेल्स में अपने अरब काउंटरपार्ट से मुलाकात की. इस दौरान गाजा के ताजा हालातों पर चर्चा हुई. यूरोपीय संघ के फॉरेन पॉलिसी चीफ जोसेप बोरेल ने कहा कि इजराइल को राफा में अपने हमले को रोकने के लिए ICJ के फैसले का पालन करना चाहिए. साथ ही ये भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून सभी के लिए लागू होते हैं और वे इजराइल के लिए भी लागू होंगे.