International News: इस देश की जेलों में क्षमता से अधिक कैदी, सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम

Shubham Tiwari
Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Shubham Tiwari
Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

International News: ब्रिटेन में सत्ता बदलते ही यहां कि जेलों में अपराधियों की संख्या बढ़ती जा रही है. जेलों में बढ़ती भीड़ के चलते आलम यह है कि वहां की सरकार कुछ कैदियों को सजा पूरी होने से पहले ही रिहा करने जा रही है. आइए जानते हैं ब्रिटिश सरकार कैसे अपने कैदियों को रिहा करने जा रही है.

दरअसल, हाल ही में प्रचंड बहुमत के साथ ब्रिटेन की लेबर पार्टी सत्ता 14 साल बाद सत्ता में वापसी की और केर स्टार्मर प्रधानमंत्री बने. सत्ता में आते ही लेबर पार्टी की सरकार कुछ कैदियों को सजा पूरी होने से पहले ही रिहा करने का फैसला किया है. इसके पीछे की वजह बताई गई कि कैदियों की संख्या ज्यादा बढ़ने की वजह से ब्रिटिश सरकार ने कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है.

जानिए पूरी प्रक्रिया

बता दें कि ब्रिट्रेन में कैदियों को रिहा करने वाली योजना सितंबर से लागू होगी. पहले बैच में हजारों कैदियों को रिहा किया जाएगा. इसके बाद अगले 18 महीनों में और भी कैदियों की रिहाई होगी. हर 3 महीने में संसद को अपडेट किया जाएगा. उसके हिसाब से आगे रिहाई की प्रक्रिया ऐसे ही चलती रहेगी.

जानिए किसे किया जाएगा रिहा

ब्रिटेन की न्याय मंत्री शबाना महमूद के नेतृत्व में ये फैसला लिया गया है. इसके पीछे की जो वजह बताई जा रही है वो और भी रोचक है. ये कहा जा रहा है कि जेलों में बढ़ती भीड़ के चलते परेशानी हो रही है इसलिए कैदियों को रिहा किया जाएगा. इस योजना के तहत उन कैदियों को रिहाई मिल जाएगी, जो अपनी 40 प्रतिशत सजा काट चुके हैं.

इन कैदियों को नहीं मिलेगी रिहाई

ब्रिटेन सरकार का ये फैसला वाकई दिलचस्प और अदालती भाषा में कहें तो ये मामला रेयरेस्ट ऑफ द रेयर है. हालांकि ब्रिटेन की कैदी रिहा करो योजना की एक बात और भी स्पष्ट करे दें कि इस रिहाई में कुछ शर्तें हैं. यानी उन कैदियों की रिहाई नहीं होगी जो गंभीर अपराधों में सजा काट रहे हैं.

ब्रिटेन के जेलों की वर्तमान स्थिति

  • साल 2023 से ही ब्रिटेन की जेल 99 प्रतिशत तक भर चुकी है.
  • शुक्रवार को ब्रिटेन में कैदियों की कुल संख्या 87,505 से अधिक हो गई थी.
  • जिनमें से 83800 से अधिक पुरुष थे, जेल में पुरुषों के लिए केवल 700 बेंच बचे हैं.
  • फिलहाल जेल में सिर्फ कुल मिलाकर 1451 कैदियों के लिए ही जगह बची है.
  • रिहाई योजना के लागू करने के बाद सितंबर में साढ़े 4 से 5 हज़ार कैदियों की जगह खाली होने की उम्मीद है.
  • यूनाइटेड किंगडम के इंग्लैंड और वेल्स में प्रति व्यक्ति जेल की आबादी सबसे ज्यादा है.
Latest News

पद्मश्री अशोक भगत के विकास भारती कार्यालय में विश्वकर्मा जयंती एवं PM मोदी के जन्मदिन पर कई कार्यक्रमों का हुआ शुभारम्भ

विश्वकर्मा जयंती एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में राँची विश्वविद्यालय के सभागार में कौशल विकास एवं...

More Articles Like This