Iran: जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन ने हाल ही में ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया है, जिसे लेकर ईरान ने इन तीनों देशों को चेतावनी दी है. साथ ही उनके इन प्रतिबंधों की कड़ी निंदा भी की है. इतना ही नहीं, ईरान ने रूस को बैलिस्टिक मिसाइल देने के आरोपों से भी इंकार कर दी है.
हालांकि इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा था कि रूस को ईरान से भेजी गई बैलिस्टिक मिसाइलों की खेप मिली है, जिसका इस्तेमाल कुछ हफ्तों में ही वह यूक्रेन के खिलाफ चल रहे जंग में कर सकता है.
अमेरिका ने लागाया ये आरोप
अमेरिका के विदेश मंत्री ने ये आरोप भी लगाया कि रूस के दर्जनों सैनिकों ने ईरान जाकर फतह-360 मिसाइलें चलाने का प्रशिक्षण लिया है. ईरान द्वारा रूस को दी गई ये मिसाइलें 120 किलोमीटर दूर तक वार करने में सक्षम है.
ईरान के इन संस्थानों पर कार्रवाई
एंटनी ब्लिंकेन ने यह भी आशंका जताई थी कि मॉस्को और तेहरान के बीच सैन्य सहयोग यूरोप की व्यापक सुरक्षा के लिए खतरा है. इसी के चलते जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन ने ईरान पर ताजा आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा की है. उनका कहना है कि वो ईरान के साथ हवाई यातायात सेवाओ के करार को रद्द करने के दिशा में कदम उठाएंगे. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम और रूस को मिसाइल समेत अन्य हथियारों की आपूर्ति में शामिल संस्थानों व लोगों पर भी कार्रवाई करेंगे.
ईरान और रूस ने आरोपों से इनकार किया
हालांकि ईरान ने खुद पर लगे आरोपो को निराधार बताया है. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नसीर कनानी ने कहा कि ऐसा कोई दावा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ने रूस को बैलिस्टिक मिसाइल बेचे हैं, पूरी तरह से गलत और निराधार है. साथ ही उन्होंने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए आरोप लगाया, ये तीनों यूरोपीय देशों का यह कदम, ईरान के लोगों के प्रति पश्चिमी देशों की शत्रुतापूर्ण नीति और आर्थिक आतंकवाद का विस्तार है. ऐसे में इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इसका समुचित जवाब देगा.
रूस ने भी ईरान पर लगे आरोपों से किया इंकार
वहीं ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ईरान पर लगे आरोपों को नकारा है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि ईरान ने रूस को बैलिस्टिक मिसाइलें नहीं दी हैं. एक बार फिर अमेरिका और इन तीन यूरोपीय देशों ने गलत खुफिया जानकारी और तर्क के आधार पर कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि आर्थिक प्रतिबंध समाधान नहीं हैं, बल्कि समस्या का हिस्सा हैं. वहीं, ईरान पर लगाए गए इन आरोपों से इंकार किया है.
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