Iran FM Meet Saudi Crown Prince: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की है. ईरान पर इजरायली हमले की आशंका के बीच ईरानी डिप्लोमैट और सऊदी क्राउन प्रिंस की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. क्योंकि सऊदी अरब को इजरायल का दोस्त माना जाता है. दरअसल, ईरानी विदेशी मंत्री इजरायल के खिलाफ नया मोर्चा बनाने में जुटे हैं. इसके लिए वह इन दिनों क्षेत्र के खाड़ी अरब देशों के दौरे पर हैं. उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत सऊदी अरब से की है. वह इजरायल के खिलाफ सऊदी अरब को साधने की कोशिश में जुटे हैं.
ईरान-इजराइल तनाव के बीच दौरा
बता दें कि हाल ही में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने गाजा मुद्दे पर इजराइल से दो टूक कहा था कि वह स्वतंत्र फिलिस्तीन के बिना इजराइल को मान्यता नहीं देंगे. सऊदी अरब के इस रुख से ईरान की उम्मीदें बढ़ गईं हैं. बुधवार को ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रियाद में सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान से मुलाकात की. दरअसल एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थी. वहीं अब इजरायल ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की तैयारी में है. दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. इजरायल कभी भी ईरान पर हमला कर सकता है.
मुस्लिम देशों को एकजुट करने में जुटा ईरान
अगर ईरान और इजरायल के बीच युद्ध होता है तो क्षेत्र में मौजूद तमाम मुस्लिम कंट्री की अहम भूमिका होगी. इसलिए ईरान ने पहले ही इजराइल के खिलाफ घेराबंदी शुरू कर दी है. अब्बास अराघची ने सऊदी दौरे के लिए रवाना होने से पहले बताया था कि उनकी गल्फ कोर्पोरेशन काउंसिल के सदस्य देशों के साथ अनौपचारिक रूप से बातचीत हो चुकी है और अब वह सऊदी सहित कई देशों के दौरे पर जाकर वहां टॉप लीडरशिप से मिलेंगे. अब्बास अराघची ने कहा था कि उनके इस दौरे का उद्देश्य इजराइल के खिलाफ सामूहिक आंदोलन खड़ा करना है.
अपने समकक्ष से भी मिले ईरानी विदेश मंत्री
ईरानी विदेश मंत्री सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के अलावा अपने समकक्ष प्रिंस फैजल बिन फरहान से भी मिले. बुधवार को हुई इस मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों और कई क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर बातचीत हुई. सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच क्षेत्र के ताजा हालात पर भी चर्चा की गई. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट कर लिखा है कि, ‘विदेश मंत्री के दौरे का उद्देश्य क्षेत्र में यहूदी प्रशासन के नरसंहार और आक्रामकता को रोकना, इसके साथ ही गाजा और लेबनान में हमाई भाइयों और बहनों के दर्द और पीड़ा को खत्म करना है.’
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