US Presidential Election 2024: अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी तेज है. इस बीच अमेरिका के चुनाव में ईरान की दखलअंदाजी की खबर सामने आई है. हालांकि, इसके साजिश का पर्दाफाश हो गया है. जानकारी के मुताबिक ईरानी हैकरों ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के अभियान को उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के अभियान से चुराई गई जानकारी से जोड़ने की कोशिश की और 2024 के चुनाव में हस्तक्षेप करने के प्रयास के तहत उन्होंने राष्ट्रपति से जुड़े लोगों को अनचाहे ईमेल भी भेजे. इस बात की जानकारी अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो और अन्य संघीय एजेंसियों ने बुधवार को दी.
अधिकारियों ने इसको लेकर बताया कि इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि मेल पाने वाले किसी भी व्यक्ति ने जवाब दिया. इसके माध्यम से हैक की गई जानकारी को चुनाव के अंतिम महीनों में फैलने से रोका जा सके. हैकरो ने जून के अंत और जुलाई की शुरुआत में बाइडेन के अभियान से जुड़े लोगों को ईमेल भेजे थे. हालांकि, इसके कुछ समय बाद ही बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की दावेदारी से अपना नाम वापस ले लिया. इस संबंध में अमेरिकी सरकार ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के अभियान से चुराई गई, गैर-सार्वजनिक सामग्री से लिया गया एक अंश शामिल था. वहीं, इससे पहले भी एफबीआई और अन्य संघीय एजेंसियां ईरान हैक और लीक का सहारा लेकर 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगा चुकी है.
जानिए एफबीआई
राष्ट्रीय खुफिया एंव साइबर सुरक्षा तथा अवसंरचना सुरक्षा एजेंसी के कार्यालय द्वारा कहा गया कि ट्रंप के अभियान की जानकारी हैक करना और बाइडन-हैरिस के अभियान में सेंध लगाने का प्रयास चुनाव में मतदाताओं के विश्वास को कम करने तथा विवाद भड़काने के प्रयास का हिस्सा है.
आगे बताया गया कि ट्रंप के प्रचार अभियान दल ने 10 अगस्त को खुलासा किया था कि उसके अभियान की जानकारी को हैक कर लिया गया है. वहीं, ईरानी हैकरों ने संवेदनशील गुप्त दस्तावेज चुरा लिए हैं तथा उन्हें वितरित किया है. आगे बता दें कि कम से कम तीन समाचार संस्थानों – ‘पोलिटिको’, ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ और ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ को ट्रंप अभियान की अंदरूनी गोपनीय सामग्री लीक की गई थी. हालांकि, इस संबंध में अब तक किसी ने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया.