Iran Israel Conflict: इजराइल को अमेरिका की चेतावनी, नहीं किया ये काम तो रोक देंगे मदद…

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Iran Israel Conflict: एक तरफ जहां अमेरिका ईरान के विरोध में इजराइल के मदद के लिए खड़ा है तो वहीं, दूसरी तरफ गाजा को लेकर इजराइल को चेतवानी भी दे रहा है. गाजा में जारी मानवीय संकट पर अमेरिका ने सख्त रुख अपना लिया है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने पत्र लिखकर इजराइल को चेतावनी दी है, गाजा में अगर मानवीय सहायता में सुधार नहीं हुआ तो इजराइल को दी जानी वाली सैन्य मदद रोक दी जाएगी.

अमेरिका रोक सकता है सैन्य मदद

दरअसल, पिछले कुछ महीनों से गाजा पहुंचने वाली मदद में भारी गिरावट आई है, जिसकी वजह से गाजा संकट और गहराता जा रहा है. जिसे देखते हुए अमेरिका ने एक पत्र के जरिए इजराइल के सामने कई महत्वपूर्ण मांगे रखी है. पत्र में हर दिन गाजा में 350 ट्रक ऐड जाने की परमिशन देने, अपनी कार्रवाइयों के दौरान मानवाधिकारों का सम्मान करने की बात कही गई है. मांगों को पूरा करने के लिए इजराइल को एक महीने का वक्त दिया गया है. 13 नवंबर तक अगर इजराइल गाजा में मानवीय मदद का प्रवाह नहीं बढ़ाता है, तो अमेरिका इजराइल की सैन्य मदद रोक सकता है.

मुस्लिम वोटर डेमोक्रेटिक पार्टी से खफा

उल्लेखनीय है कि चुनाव से पहले पूरे अमेरिका में जारी प्रो फिलिस्तीनी प्रदर्शनों ने बाइडेन प्रशासन की चिंताओं को बढ़ा दिया है. गाजा में सीजफायर और बंधक डील न हो पाने के बाद से अरब और मुस्लिम वोटरों का रुख डेमोक्रेटिक पार्टी से खफा रहा है. अमेरिका की इस समय आई मांग से साफ हो रहा है कि बाइडेन प्रशासन के लिए मानवीय स्थिति को सुधारना सिर्फ एक नैतिक दायित्व नहीं, बल्कि एक खास राजनीतिक जरूरत भी है.

इजराइल का पत्र पर जवाब

इस पत्र के प्रतिक्रिया में इजराइली अधिकारियों ने इशारा किया है कि वे अमेरिका की इन मांगों को संबोधित करने का इरादा रख रहे हैं. हालांकि इजराइल पहले भी मानवीय सहायता को बढ़ाने की बात करता रहा है, लेकिन सितंबर के महीने में गाजा में सहायता प्रवाह 50 फीसद तक घट गया था.

बता दें कि गाजा के लिए दुनिया भर से आए मदद के ट्रक इस वक्त राफा क्रासिंग पर ही खड़े है, जिसका कंट्रोल इस समय पूरी तरह से इजराइल के हाथ में है. अब देखना होगा क्या अमेरिका की मांग के बाद गाजा निवासियों की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा या नहीं…?

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