Iran Israel Conflict: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव मध्य पूर्व में एक बड़ी जंग को जन्म दे सकता है. हालांकि ईरान के राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने यह संकेत दे दिया है कि कैसे इस तनाव को खत्म किया जा सकता है. राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने अपने बयान के जरिए ये संकेत दिए हैं अगर इजरायल गाजा में युद्धविराम करता है तो इससे ईरान का गुस्सा कम हो सकता है.
जानकारी के अनुसार, ईरान एक बार फिर इजरायली हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले इजरायल पर हमला कर सकता है. लिहाजा अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं.
‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3’ की तैयारी में ईरान
दरअसल, 26 अक्टूबर को इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान के कई मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया था. यह हमला एक अक्टूबर को ईरान की ओर से किए गए हमले का जवाब था. एक ओर अमेरिका और इजराइल, ईरान को अब पलटवार न करने की चेतावनी दे रहे हैं तो वहीं ईरान ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस थ्री’ की तैयारी में लगा है.
ईरान का कहना है कि एक अक्टूबर के हमले को हमास चीफ इस्माइल हानिया, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और IRGC कमांडर निलफोरुशन की हत्या का बदला है. लिहाजा ईरान का मानना है कि 26 अक्टूबर को इजरायल द्वारा किया गया हमला उसकी क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन है.
राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने बताया कैसे कम होगा तनाव
हालांकि राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने संकेत दिया है कि ईरान, इजरायल के साथ युद्ध नहीं चाहता है. वह गाजा और लेबनान में युद्धविराम चाहता है. ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी IRNA के अनुसार, पेजेश्कियान ने कहा है कि यदि इजरायल अपने व्यवहार पर पुनर्विचार करता है, युद्धविराम स्वीकार करता है और क्षेत्र के मासूम-पीड़ितों का नरसंहार रोकता है तो इससे ईरान की प्रतिक्रिया की तीव्रता और प्रकार पर असर पड़ सकता है.
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान की क्षेत्रीय संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ किसी भी हमले को हम जवाब दिए बगैर नहीं छोड़ेंगे. वहीं दूसरी ओर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने इजराइल को करारा जवाब देने की कसम खाई है.
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