Iran Israel Power Plants: ईरान-इजराइल अब लोगों पर नहीं, सिस्टम पर करेंगे वार, ये है इनके प्रमुख पॉवर प्लांट्स

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Iran Israel Power plants: इस समय अरब महासंग्राम का सबसे विनाशकारी दौर की शुरुआत हो चुकी है, जो किसी भी वक्त ग्लोबल एटमी संकट में बदल सकता है. ऐसा दावा इसलिए किया जा रहा है क्‍योंकि किसी भी वक्त ईरान और इजराइल के बीच विध्वंसक युद्ध हो सकता है. दरअसल मंगलवार को ईरान ने इजराइल पर अब तक का सबसे बड़ा मिसाइल प्रहार किया है, जिसका अगले कुछ घंटे में इजरायल बदला ले सकता है, जो बहुत ही विनाशक होने की संभावना है.

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान को इस हमले की बड़ी कीमत चुकानी होगी. ऐसे में कयास लगाए जा रहें है कि इजरायल ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने वाला है. अगर ऐसा होता है तो अंजाम वाकई में बहुत विनाशकारी हो सकता है, जो अब तक रूस- यूक्रेन युद्ध में नहीं दिखा है.

न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बना सकता है इजरायल

बता दें कि ईरान ने 5 महीनों में दूसरी बार इजराइल पर सीधा हमला किया, जिसमें उसने ईजरायल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं है. ईरान-इजराइल जंग में अब वहां मौजूद पॉवर प्लांट, एयर बेस और न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया जा सकता है. हालांकि इजराइल की एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर में 15 मुख्य थर्मल पॉवर प्लांट्स हैं, जिनमें से सात प्रमुख हैं.

इजरायल के मुख्य थर्मल पॉवर प्लांट्स

  • ओरोट रबिन थर्मल पॉवर प्लांट (2,605 MW): यह इजराइल का सबसे बड़ा पॉवर प्लांट है.
  • रुटेनबर्ग थर्मल पॉवर प्लांट (2,290 MW): यह प्लांट भी इजराइल के प्रमुख ऊर्जा स्रोतों में से एक है, जिसे अक्टूबर 2023 में हमास की ओर से किए गए हमले में आंशिक नुकसान पहुंचा था.
  • एश्कोल थर्मल पॉवर प्लांट (1,693 MW)
  • हगीट CCGT (1,394 MW)
  • गेजर CCGT (1,336 MW)
  • रमात होवव CCGT (1,137 MW)
  • हाइफा थर्मल पॉवर प्लांट (1,110 MW)

इन सभी पॉवर प्लांट्स की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि ये करीब 70-80 किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं. ऐसे में किसी बड़े हमले के दौरान इन प्लांट्स को निशाना बनाया जा सकता है, जिससे इजराइल की ऊर्जा आपूर्ति बाधित हो सकती है.

इजराइल के प्रमुख एयर बेस और न्यूक्लियर साइट्स

नेवातिम एयर बेस: यह इजरायल का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण एयर बेस है, जहां से उसके F-35 विमान संचालित होते हैं. वहीं, मंगलवार को हुए ईरानी हमले में इस एयरबेस को निशाना बनाने का दावा किया जा रहा है.

पालमाचिम एयर बेस: इजरायल का प्रमुख एयरफोर्स बेस, जो दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है और मिसाइल डिफेंस के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है.

डिमोना न्यूक्लियर साइट: यह इजरायल की सबसे गोपनीय और संवेदनशील न्यूक्लियर साइट, जो देश के परमाणु कार्यक्रम के केंद्र में है.

ईरान के महत्वपूर्ण पॉवर प्लांट्स

  • रुदेशुर थर्मल पॉवर प्लांट
  • कोम थर्मल पॉवर प्लांट
  • ओफोज थर्मल पॉवर प्लांट
  • शाहद थर्मल पॉवर प्लांट
  • जाग्रोस थर्मल पॉवर प्लांट

इन सब के अलावा, ईरान में बुशेहर न्यूक्लियर पॉवर प्लांट भी स्थित है, जो उसके परमाणु ऊर्जा उत्पादन का केंद्र है. वहीं, ईरान में कई हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट भी हैं जो देश की बिजली आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

ईरान के प्रमुख एयर बेस और न्यूक्लियर साइट्स

बुशेहर न्यूक्लियर प्लांट: यह ईरान का मुख्य न्यूक्लियर पॉवर प्लांट है और हमले की स्थिति में प्रमुख निशाना हो सकता है.

इस्फहान एयर बेस: यह ईरान के मुख्य एयर बेस में से एक है और यहां से देश की वायुसेना संचालित होती है.

खोजीर मिसाइल बेस: यह ईरान का प्रमुख मिसाइल लॉन्च साइट है, जो सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है.

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