Iran Israel war: इजरायल और ईरान के बीच इन दिनों संघर्ष अपने चरम पर है. हाल ही में इजरायल ने जिस प्रकार ईरान के सहयोगियों पर ताबडतोड़ हमले किए है उससे इस्लामिक देश पूरी तरह से बौखला गया है. ऐसे में ईरान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे है और यही वजह है कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) के कुद्स फोर्स के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी शक के घेरे में बने हुए है.
बता दें कि हाल ही में इजरायल की ओर से किए गए हमलों में हमास चीफ इस्माइल हानिया, हसन नसरल्लाह को मार गिराया गया. ऐसे में कहा जा रहा है कि कहीं कुद्स फोर्स के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी इजरायल की मदद करके गद्दारी तो नहीं की है.
ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी से पूछताछ
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, 67 वर्षीय ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी को हाउस अरेस्ट में रखा गया है और ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई की निगरानी में उनसे हसन नसरल्लाह की मौत के संबंध में पूछताछ की जा रही है. साथ ही इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि आखिर इन गुप्त स्थानों के बारे में इजरायल को कैसे जानकारी मिली.
लेबनान में कानी की भूमिका
दरअसल, इस्माइल कानी और अन्य IRGC कमांडर्स हसन नसरल्लाह की मौत के बाद लेबनान पहुंचे थे, लेकिन सैफुद्दीन की मौत के बाद दो दिनों तक उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया, जिसके बाद से कानी की ओर शक की सुईयां घुमने लगी. हालांकि, IRGC के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कानी ठीक हैं. वो अपनी नियमित ड्यूटी कर रहे हैं. लेकिन जब तक की जांच पूरी नहीं हो जाती उन्हें हाउस अरेस्ट में रखा जाएगा.
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