Iran-Israel war: ईरान और इजरायल इस वक्त आर या पार वाले जंग के मुहाने पर खड़े हैं. दोनों में से कोई पीछे हटने को राजी नहीं है. ऐसे में ही ईरान 200 से अधिक मिसाइलें बरसाकर युद्ध का ट्रेलर दिखा चुका है वहीं, अब इजरायल की जवाबी कार्रवाई की चिंता में पूरी दुनिया डूबी हुई है. इजरायल की लड़ाई अब तक अलग-अलग आतंकवादी संगठनों के साथ थी, लेकिन इस बार दो देश आमने-सामने हैं, जिसमें एक तरफ ईरान है, तो वहीं दूसरी ओर इजरायल.
देशों को आर्थिक संकट की ओर धकेल सकती है जंग
माना जा रहा है कि यदि ईरान और इजरायल की भयंकर युद्ध होता है, और इसमें दूसरे देश भी शामिल हुए तो एक वर्ल्ड वॉर देखने को मिल सकता है. हालांकि इससे पहले ईरान और इजरायल की जंग से ही पूरे विश्व पर व्यापक असर पड़ सकता है. ये जंग बहुत से देशों को आर्थिक संकट की ओर धकेल सकती है, जिससे भारत भी अछूता नहीं रहेगा. भारत का ईरान और इजरायल दोनों ही देशों के साथ अच्छे संबंध है. ऐसे में भारत कई महत्वपूर्ण वस्तुओं के लिए ईरान और इजरायल पर निर्भर रहता है.
ईरान से क्या-क्या खरीदता है भारत?
- कच्चा तेल
- फर्टिलाइजर्स
- कैमिकल्स
- ड्राई फ्रूट्स
- नेचुरल गैस
- पेट्रोकेमिकल प्रोडक्ट
इजरायल से क्या-क्या खरीदता है भारत?
- रक्षा उपकरण
- एडवांस एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी
- फर्टिलाइजर्स और कैमिकल्स
- डायमंड
- इलेक्ट्रॉनिक्स और साइबर सेक्युरिटी
- मेडिकल और हेल्थकेयर प्रोडक्ट
नई जंग से दूसरे मुल्क पर प्रभाव
बता दें कि ईरान कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस के मामले में दुनिया के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. वहीं, दूसरे संघर्ष का प्रभाव वैश्विक शिपिंग रूट्स पर पड़ सकता है, क्योंकि होर्मुज जलडमरूमध्य जैसे रास्तों से बड़े स्तर पर विदेशी व्यापार होता है. ऐसे में यदि युद्ध बड़े स्तर पर होता है, तो शिपिंग बाधित होने की संभावनाएं बढ़ेंगी, जिससे ग्लोबल सप्लाई चैन प्रभावित हो सकती है. ऐसे में कई देशों को बड़ा नुकसान हो सकता है.
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