Iran-Israel: हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के बाद क्षेत्रीय संघर्ष बढ़ने की संभावनाओं के बीच बुधवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने एक फोन कॉल के जरिए फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रां से कहा कि ईरान आक्रामकता पर चुप नहीं रहेगा.
उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका और पश्चिमी देश सच में इस युद्ध को रोकना चाहते है, तो उन्हें गाजा में नरसंहार के साथ हमलों को रोकने और युद्धविराम स्वीकार करने के लिए इजरायल को किसी भी तरह से मजबूर करना होगा.
इस्लामिक सहयोग संगठन की आपातकालीन बैठक
दरअसल, फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत पर बातचीत के लिए ईरान के अनुरोध पर बुधवार को सऊदी अरब में इस्लामिक सहयोग संगठन की आपातकालीन बैठक हुई. इस दौरान तेहरान, हमास और हिजबुल्ला जैसे समूहों ने इजरायल पर 31 जुलाई को हानिया की हत्या का आरोप लगाया है. जंग के दौरान इस्माइल हानिया की मौत हमास के वरिष्ठ नेताओं की हत्याओं की श्रृंखला में से एक थी.
फिलहाल, इजरायल के अधिकारियों ने अभी तक हानिया की मौत की जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं, कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बाघेरी कानि ने बुधवार को कहा कि तेहरान में हमास नेता हानिया की हत्या पर ईरान की प्रतिक्रिया सही समय और बड़े पैमाने पर होगी.
दुनियाभर की एयरलाइनों को ईरान ने दी चेतावनी
वहीं, मिस्त्र के एक आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा कि ईरान ने दुनियाभर की एयरलाइनों को ईरानी हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने से बचने की सलाह दी है, लेकिन उनका मानना है कि सैन्य अभ्यास के कारण ईरानी हवाई क्षेत्र से बचना ही सभी के लिए बेहतर होगा.
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