Iran Port Blast: ईरान का सबसे बड़ा बंदरगाह बंदर अब्बास का शाहिद राजाई पोर्ट पिछले दो दिनों से धधक रहा है. वहीं, इस भीषण आग के चपेट में आकर मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है, जबकि घायलों की संख्या हजार पार कर चुकी हे.
ईरान में हुआ यह धमाके इतना तेज था कि इससे लगी आग पर दो दिन बाद भी काबू नहीं पाया जा सका है. इस दौरान ईरान का अग्निशमन विभाग अपनी पूरी ताकत के साथ पिछले दो दिनों से इस आग पर काबू पाने में जुटा है, लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है.
लगातार बढ़ रहा मृतकों का आंकड़ा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह आग अब आसपास के कंटेनरों तक फैल गई और पोर्ट अभी तक धधक रहा है. वहीं, इसे बुझाने के लिए हवाई मार्ग का भी रास्ता अपनाया जा रहा है. इसी बीच अभी तक से भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस विस्फोट की वजह क्या है, कहीं ये कोई साजिश तो नहीं. फिलहाल, विस्फोट में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
इजरायल पर लगा आरोप
हालांकि ईरानी अधिकारियों ने बंदरगाह पर विस्फोट के कारणों के बारे में कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया है. लेकिन ईरानी सांसद मोहम्मज सिराज ने विस्फोट के पीछे इजरायल का हाथ होने का दावा किया है. उनका कहना है कि यह विस्फोट एक साजिश के तहत कराया गया है.
50 किलोमीटर तक सुनाई दी आवाज
बता दें कि शुरुआती जांच में कहा गया था कि घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थों के भंडारण में लापरवाही बरती गई है. शनिवार को ये विस्फोट राजाई बंदरगाह पर कंटेनरों में हुआ था. यहां ट्रांसपोर्ट कंटेनर्स को रखा जाता है, इसमें ऑयल और अन्य पेट्रोकेमिकल फैसिलिटी भी है.
हैरानी की बात तो ये है कि ये धमाका इतना खतरनाक था कि करीब 50 किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी और कई किलोमीटर तक लोगों को लगा कि भूकंप आ गया है और इमारतों में लगे कांच तक टूट गए.
इसे भी पढें:-पहलगाम हमले को लेकर एक्शन में भारत, शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनल समेत कई पर लगाया प्रतिबंध