‘नरसंहार नहीं करेंगे बर्दाश्त…’, प्रेसिडेंशियल लाइव डिबेट में ईरान के राष्ट्रपति उम्मीदवारों ने बताई अपनी-अपनी योजना

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Iran president: ईरान में राष्ट्रपति पद के लिए 28 जून को चुनाव होना हैं. ऐसे में इब्राहिम रईसी की जगह लेने के लिए राष्ट्रपति उम्मीदवारों के बीच पहली प्रेसिडेंशियल लाइव डिबेट का आयोजन किया गया. इस दौरान सभी उम्‍मीद्वारों ने ईरान की अर्थव्यवस्था को बेहतर करने और विदेश नीति में सुधार करने के लिए अपने प्रस्तावों और योजनाओं पर चर्चा की है.

इस डिबेट में सभी उम्‍मीद्वारों ने वादा किया कि वे प्रतिबंधों को हटाने और रिश्तों को मजबूत करने की कोशिश करेंगे. साथ ही इंफ्लेशन, बजट घाटे, ईरान में घरों की समस्या और भ्रष्टाचार से लड़ने के तरीकों पर भी राष्‍ट्रपति उम्मीदवारों ने चर्चा की. 

राष्ट्रपति उम्मीदवारों में से पांच कट्टरपंथी

देश में राष्‍ट्रपति का चुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब ईरान और पश्चिम के बीच तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम के साथ ही यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को हथियार देने और क्षेत्र में मौजूद प्रॉक्सी की सहायता करने आदि पर विवाद बढ़ा है.

आपको बता दें कि राष्ट्रपति उम्मीदवारों में से पांच उम्मीदवार कट्टरपंथी हैं, जबकि छठा उम्मीदवार, 69 साला सांसद मसूद पेजेशकियन एक हार्ट सर्जन हैं और मसूद को कुछ सुधारवादियों का समर्थन भी प्राप्त है.

विश्व शक्तियों से करेंगे परमाणु समझौता

राष्ट्रपति पद के हार्डलाइनर दावेदार मोहम्मद बाघेर कलीबाफ ने कहा कि “परमाणु करार के लिए हम निश्चित तौर पर वार्ता करेंगे और विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौते फिर से जिंदा करेंगे, जिसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने साल 2018 में तोड़ दिया था.”

वहीं दूसरे कट्टरपंथी उम्मीदवार और पूर्व परमाणु वार्ताकार सईद जलीली ने कहा कि ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए हमें दुश्मनों को पछतावा कराना चाहिए. साथ ही उन्‍होंने प्रतिबंधों को कम करने के लिए लैटिन अमेरिका और अफ्रीकी राष्ट्र के साथ बेहतर आर्थिक संबंध बनाने का प्रस्ताव रखा.

बर्दाश्त नहीं करेंगे नरसंहार

जबकि तीसरे सॉफ्टलाइनर उम्मीदवार और सांसद मसूद पेजेशकियन ने कहा कि हमें दुनिया के साथ अपनी समस्याओं को हल करना होगा. उन्‍होंने कहा कि हमें परमाणु प्रोग्राम के लिए समझौता करना होगा. मसूद पेजेशकियन बिना किसी का नाम लिए इजराइल पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि वे राष्ट्रपति बने तो कब्जे और नरसंहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

डोनाल्ड ट्रंप के साथ करेंगे बातचीत

इसके अलावा, ईरान के उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति उम्मीदवार अमीर होसैन काजीज़ादेह हाशमी ने कहा कि यदि अमेरिका में डोनाल्‍ड ट्रंप राष्‍ट्रपति बनते हैं तो हम उनके साथ वार्ता कर अपनी मांगें मनवा सकते हैं.

होसैन ने देश के प्रतिबंधों और विदेशी संबधों में समस्‍या के लिए पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. आपको बता दें कि साल 2015 में हसन रूहानी ने ही विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौता किया था.

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