Iranian Presidential Election: ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद यहां चुनाव की तैयारी तेज हो गई है. इसको लेकर ईरान की राजनीति गरमाई हुई है. राष्ट्रपति पद के लिए 20 नेताओं ने अपना दावा ठोका है. अब ईरानी गार्जियन काउंसिल की ओर से उम्मीदवारों के नामों को मिलते ही राष्ट्रपति पद की राजनीतिक लड़ाई शुरू हो जाएगी.
20 उम्मीदवारों ने ठोका दावा
बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति पद यानी रईसी के उत्तराधिकार के लिए 20 नेता अपने-अपने ताल ठोक रहे हैं. ऐसे में यह स्पष्ट है कि ईरान की आंतरिक राजनीति में कलह उत्पन्न होगी. हालांकि, ईरान सरकार कोशिश करेगी कि इस मुश्किल परिस्थिति में उसके आंतरिक कलह दुनिया के सामने नहीं आए.
बता दें कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई एक ऐसे उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं जो इस मुश्किल परिस्थिति और अशांति से प्रभावित ईरान में स्थिरता ला सके.
बताते चलें कि ईरानी गार्जियन काउंसिल में 12 विशिष्ट सदस्य शामिल हैं. ये सभी सदस्य ईरानी सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह खामेनेई के करीबी हैं. ऐसे में अब देखना यह होगा कि क्या काउंसिल अपने कट्टरपंथी दृष्टिकोण पर कायम रहती है या राष्ट्रपति पद के लिए खुली प्रतिस्पर्धा की अनुमति देकर अधिक लोकतांत्रिक रास्ता का चुनाव करती है.
इन नेताओं के चुनाव में उतरने की तैयारी
बता दें कि ईरान में राष्ट्रपति पद के लिए जो उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं, उनमें सबसे बड़ा नाम सईद जलीली का है. सईद जलीली को ईरानी विदेश नीति में माहिर माना जाता है. उन्होंने 2007 से 2013 के बीच देश के विदेश मंत्रालय और परमाणु वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इसके अलावा राजधानी तेहरान के मेयर अलीरेजा जकानी की भी इस चुनाव में उतरने की तैयारी है. हालांकि, अलीरेजा जकानी ने अभी तक इसकी घोषणा नहीं की है.
वहीं, राष्ट्रपति पद के लिए पारंपरिक रूढ़िवादी उम्मीदवारों में परविज फत्ताह और मोहम्मद बाकर कालिबाफ का नाम शामिल है. फत्ताह एक विशाल बिजनेस संगठन मोजाफान फाउंडेशन के पूर्व प्रमुख हैं. वहीं, मोहम्मद बाकर कालिबाफ साल 2020 से 2024 के बीच संसद अध्यक्ष हैं.
इस दिन शुरू होगा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए रजिस्ट्रेशन
आपको बता दें कि ईरान में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों का रजिस्ट्रेशन गुरुवार से शुरू होगा. रजिस्ट्रेशन के लिए चार दिन का समय निर्धारित है. वहीं, खबरें ये भी सामने आ रही है कि यदि किसी कारणवश ईरान में राष्ट्रपित चुनाव के दौरान आतंरिक कलह होती है तो उपराष्ट्रपति और वर्तमान अंतरिम राष्ट्रपति मुहम्मद मोखबर को पांच साल के लिए कार्यकारी राष्ट्रपति की भूमिका निभाने के लिए कहा जा सकता है. क्योंकि मोखबर को सुप्रीम लीडर के मामलों को मैनेज करने के लिए विश्वसनीय व्यक्ति माना जाता है.