Gaza: जहां पूरी दुनिया ने नए साल में जश्न, खुशी, उत्साह और नई उम्मीदों के साथ प्रवेश किया, वहीं गाजा के लिए नए साल का पहला दिन भी खून-खराबे से भरा रहा. नए साल के पहले दिन भी इजरायल ने गाजा में बमबारी की है. इस हमले में कम से कम 17 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. वहीं इजरायली हमलों के बाद भी हमास की अल-कस्साम ब्रिगेड इजरायली सेना और सेटलमेंट्स को निशाना बनाना जारी रखे हुए हैं.
उत्तरी जबालिया और केंद्रीय अल-बुरीज शिविर में बमबारी
इजरायल ने बुधवार को उत्तरी जबालिया और केंद्रीय अल-बुरीज शिविर में बमबारी की, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा राहत शिवरों में ठंड का कहर भी लोगों की जान पर आफत बना है. इसके साथ ही हाल के दिनों में हुई बारिश ने स्थिति को और बदत्तर कर दिया है. बारिश से तंबूओं में पानी भर गया है और इजरायली की गाजा में ऐड पर प्रतिबंध से हालात और खराब होते जा रहे हैं.
हमले करने के पीछे इजरायली तर्क
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के अस्पतालों पर इजरायली हमलों ने उसकी हेल्थ सर्विस को लगभग खत्म कर दिया है. यूनए ने ये भी कहा कि हमले करने के पीछे इजरायली तर्क कि फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह इन सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं, गलत और सार्वजनिक तौर पर मौजूद जानकारी से उलट है.
अल-कस्साम ने भी दागे रॉकेट
इजरायल हमलों के बाद हमास की अल-कस्साम ब्रिगेड ने भी रॉकेट दागे हैं. अल-क़स्साम ब्रिगेड ने ऐलान किया कि उसके लड़ाकों ने इजरायली नेटिवोट बस्ती पर रॉकेट बरसाए हैं. इससे नए साल की शुरुआत होते ही गाजा से लगे इजरायली सेटलमेंट में सायरन बजने लगे. बता दें कि साल 2025 के साथ ही गाजा जंग 453 वें दिन में प्रवेश कर गई है. आज भी गाजा में इजरायल की कार्रवाई जारी है.
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