Israel: ईयाल जमीर बनें नए सैन्य प्रमुख, पद संभालते ही हमास के खात्मेे की खाई कसम

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Israel: इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्‍याहू ने ईयाल जमीर को अपना नया सैन्‍य प्रमुख बनाया है. बुधवार को ईयाल जमीर ने आईडीएफ चीफ की शपथ ली. शपथ लेने के साथ ही ईयाल जमीर ने हमास के खिलाफ सख्‍त रुख अपनाते हुए उसे मिटाने की कसम खाई है. दरअसल, गाजा में नाजुक युद्ध विराम को लेकर गतिरोध के कारण हमास द्वारा बंधक बनाए गए शेष बंधकों की वापसी पर समझौता किए बिना लड़ाई फिर से शुरू होने का खतरा बढ़ गया है.

मिशन- IDFको विजय की ओर ले जाना

मेजर जनरल के पद से 28 वर्ष बाद सेवानिवृत्त हुए इयाल ज़मीर को लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया. इससे पहले कि वे जनरल हर्ज़ी हलेवी से औपचारिक रूप से कमान संभालें, जिन्होंने 7 अक्‍टूबर 2023 की सुरक्षा आपदा के वजह से पद छोड़ दिया था. जमीर ने कहा कि, “मुझे जो मिशन दिया गया है वह स्पष्ट है, आईडीएफ को विजय की ओर ले जाना.”

ईयाल जमीर ने खाई हमास को खत्‍म करने की कसम

खबरों के अनुसार, रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज़ ने पीएम नेतन्याहू के साथ मिलकर पिछले महीने जमीर को इस पद के लिए चुना था. वह गाजा, सीरिया और लेबनान में तैनाती समेत सभी इजराइली सैन्य अभियानों की कमान संभालेंगे. जमीर ने इजराइली की सुरक्षा करने और उसके दुश्मनों के खात्में की कसम खाई है.

ईयाल जमीर के बारे में जाने

जमीर 1984 में आईडीएफ में शामिल हुए थे. टैंक अधिकारी का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद, वे रैंक में आगे बढ़े और साल 2003 में 7वीं बख्तरबंद ब्रिगेड और 2009 में 36वीं बख्तरबंद डिवीजन की कमान संभाली. नए चीफ जमीर ऑपरेशन रैनबो और ऑपरेशन डेज़ ऑफ़ पेनिटेंस का नेतृत्व कर चुके हैं. इस ऑपरेशन में 200 से अधिक फिलिस्तीनी चरमपंथी मारे गए थे.

उनकी भविष्य की सफलता के लिए अहम बात यह है कि वे 2012 से 2015 तक नेतन्याहू के सैन्य सचिव थे, फिर अगले तीन वर्ष तक इजरायल की दक्षिणी कमान के नेता रहे. जमीर को दो बार चीफ ऑफ स्टाफ की जिम्मेदारी देने का विचार किया गया था, लेकिन दोनों बार निवर्तमान हलेवी और उनके पूर्ववर्ती अवीव कोहावी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई.

नहीं करते मानव अधिकारों का पालन

दक्षिणी कमान में अपने आखिरी साल में, ईयाल जमीर के नेतृत्व में इजरायली सैनिकों ने ग्रेट मार्च ऑफ रिटर्न में हिस्सा लेने वाले गाजा से आए फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक रोका था. उन्होंने 150 से अधिक प्रदर्शनकारियों को मार डाला. दस हजार अन्य को घायल कर दिया. इनमें 1,849 बच्चे, 424 महिलाएं, 115 पत्रकार और 115 पैरामेडिक्स शामिल थे.

बता दें कि बीते गाजा सीजफायर समझौते के तहत इजरायली बंधकों और फिलिस्‍तीनी कैदियों की अदला बदली की गई. हालांकि अ‍भी भी हमास के कैद में कई बंधक हैं. इन बंधकों को लेकर अभी दोनों पक्षों में समझौता नहीं हो पाया है. इसी बीच इजरायली मंत्रियों और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर शेष बचे 59 बंधकों को वापस लाने पर कोई समझौता नहीं होता है तो आईडीएफ लड़ाई फिर से शुरू कर सकती हैं.

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